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धूमधाम से मनाया जा रहा है टवीनसिटी में छठ पूजा

बड़ी संख्या में व्रतधारियों ने तालाब में पहुंच कर की पूजा अर्चना

आज सुबह उगते सूर्य को देंगे अध्र्य

भिलाई। उत्तर भारतीयों का प्रमुख महापर्व छठ पूजा आज तीसरे दिन शाम को व्रतधारियों द्वारा तालाबों में आकर डूबते हुए सूर्यदेव को प्रथम अध्र्य दिया गया। भिलाई-दुर्ग समेत भिलाई-3, चरोदा, जामुल व कुम्हारी के तालाबों में व्रतधारी परिवारों द्वारा तालाबों भिलाई शहर में बीएसपी टाउनशिप के सेक्टर-2, सेक्टर-7 और जवाहर उद्यान तालाब में छठ व्रतधारियों की सुविधा के लिए प्रकाश व्यवस्था के साथ आवश्यक रंग रोगन किया जा चुका है। इसके अलावा नेहरू नगर के भेलवा तालाब, स्मृति नगर पुलिस चौकी के पास, सुपेला के संजय नगर तालाब, शीतला तालाब, दाउबाड़ा तालाब, आमा तालाब, लिम्हा तालाब, कुरुद के नकटा तालाब, केम्प-1 तालाब, हाउसिंग बोर्ड सूर्यकुंड तालाब, बैकुंठधाम तालाबों, खुर्सीपार के बापूनगर तालाब, दर्री तालाब, छावनी के सूर्यकुंड तालाब में पहुंचकर पूजा पाठ करने एवं वहां की सजावट से बेहद ही उत्सवी छटां बिखर रही थी। छठ पर्व के लिए इस बार सभी तालाबों को और आकर्षण ढंग से सजाया गया था। हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के कारण अधिक लोगों को पूजा स्थल जाने की इजाजत नही थी फिर भी तालाबों में इस दौरान अच्छी खासी भीड़ भाड़ थी।

व्रती बांस के बने नए सूपे में हल्दी, मूली और अदरक के हरे पौधे, पानी वाला नारियल, केला, नासपाती, बड़ा नीबू, शकरकंद, मिठाई और पारम्परिक पकवान ठेकुआ को रख तालाब के पानी में उतरकर सूर्यदेव की ओर मुखकर अध्र्य देकर संतान की दीर्घायु व परिवार के कुशलता की कामना  घाट पर बने पूजा वेदी को गन्ने व केले के पत्ते से सजाकर छठी मैया की पूजा अर्चना की जाएगी। वही आज 21 नवंबर की सुबह इसी तरीके से तालाबों में उगते सूर्यदेव को द्वितीय अध्र्य अर्पित किया जाएगा।

शहर में उड़ी ठेकुआ की महक

छठ महापर्व में पारम्परिक पकवान ठेकुआ का विशेष महत्व है। इस पकवान के बिना छठ पर्व एक तरह से अधूरा ही माना जा सकता है। ठेकुआ को छठ पर्व का मुख्य प्रसाद कहा जाता है। गुरुवार की शाम को खरना की रस्म निभाने के बाद व्रती महिलाएं इस पकवान के निर्माण में जुट गई हैं। मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी को प्रज्जवलित कर इस पकवान को बनाया जाता है। गेहूं के शुद्ध आटा में द्इकस किया हुआ नारियल, हरी इलायची, सौफ, गुड़ अथवा शक्कर और घी का उपयोग ठेकुआ पकवान बनाने में किया जाता है। छठ पर्वधारियों के घरों में बन रहे ठेकुआ पकवान की महक और मिठास आज सुबह से ही उड़ती रही।

विधायक देवेन्द्र, पूर्व मंत्री पाण्डेय, तुसली साहू, मनीष तालाब पहुंच दी लोगों को बधाई

छठ पर्व के तीसरे दिन सेक्टर दो, सेक्टर 7 सहित नगर के सभी तालाबों में भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव, पूर्व उच्चशिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, जिला कांग्रेस अध्यक्ष तुलसी साहू सहित अन्य कई जनप्रतिनिधियों ने पहुंचकर श्रद्धालुओं को छठ पर की बधाई दी।

दोपहर बाद ही घाटों की ओर बढऩे लगे कदम

बीते गुरुवार को खरना के बाद से व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू कर दिया था। रातभर व्रतियों ने छठी मइया की आराधना की। घर-घर छठी मइया के गीत गाये जा रहे थे। शुक्रवार को दिन चढऩे के साथ ही व्रतियों में अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य प्रदान करने के लिए उत्साह चरम पर पहुंच चुका था। दोपहर 1 बजे के बाद से ही दूर-दराज के व्रतियों के कदम घाटों, पार्कों, तालाबों और पोख्ररों की ओर बढऩे शुरू हो गये। शाम होते ही घाट व्रतियों से पट गये।

 

 

मौसम ने भी बदला करवट

जैसे ही घाटों से सूर्य देव को अध्र्य देने के बाद व्रती अपने-अपने घरों को लौट रहे थे तभी मौसम ने भी अपना करवट बदला और जोरदार बारिश शुरू हो गई। लगभग आधे घंटे की जोरदार बारिश से शहर तरबतर हो गया वहीं बारिश ने ठंड का एहसास करा दिया।

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