छत्तीसगढ़
पढ़ना लिखना अभियान के क्रियान्वयन हेतु जिला शिक्षा अधिकारी ने ली शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक
पढ़ना लिखना अभियान के क्रियान्वयन हेतु जिला शिक्षा अधिकारी ने ली शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक
पढ़ना लिखना अभियान शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक
नारायणपुर 18 नवम्बर 2020 – जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.आर मंडावी ने आज जिले में ‘‘पढ़ना लिखना अभियान’’ के क्रियान्वयन हेतु विकासखंड शिक्षा अधिकारी, बीआरसी एवं संकुल समन्वयकों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि पढ़ना लिखना अभियान शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक हैं। इस योजना से प्रदेश के ऐसे असाक्षर जो 15 वर्ष से अधिक उम्र के हैं, और जिन्होंने किसी कारण से पढ़ाई छोड़ दी है उन्हें इसका लाभ मिलेगा। बैठक में उन्होंने बताया कि ‘‘पढ़ना लिखना अभियान’’ 05 वर्षीय योजना के तहत् नारायणपुर जिले को प्रथम वर्ष में कुल 6000 असाक्षरों को साक्षर करने के लक्ष्य प्राप्त हुआ है इस हेतु विकासखण्ड नारायण्पुर से 30 ग्राम पंचायत एवं विकासखण्ड ओरछा से 10 ग्राम पंचायतों एवं नगर पालिका क्षेत्र के 15 वार्डों में सर्वे उपरान्त चयनित वार्डों एवं गांवों में पढ़ना लिखना अभियान का शुभारंभ किया जायेगा, जिसके लिए सर्वे टीम बनाई गई है। जिसमें स्व सहायता समुह की सक्रिय महिला, ग्राम पंचायत के शिक्षक, रोजगार सहायक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल किया जायेगा, जो स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से सर्वे तथा अनुदेशक के चिन्हांकन का कार्य करेंगंे।
‘‘पढ़ना लिखना अभियान’’ के क्रियान्वयन हेतु नुकड़-नाटक, कलाजत्था के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जायेगा। इस योजना के द्वारा ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रो असाक्षर लोग साक्षर किये जाने का लक्ष्य है। इस कार्यक्रम में सम्मिलित है सर्वे के माध्यम से असाक्षरों का चिन्हांकन, इनकी शिक्षण आवश्यकताओं का क्षेत्रवार मापन तथा इस अनुरूप 4 माह इससे अधिक की अवधि मंे 120 घण्टों का शिक्षण देने के लिए अनुदेशकों की व्यवस्था करना अथवा स्थानीय स्थितियों एवं शिक्षार्थी की क्षमता व कुशलता के अनुरूप अन्य कोई स्थिति पर भी निर्भर करता है। इन 120 घण्टों के शिक्षण के सफल समापन उपरांत शिक्षार्थी को पढ़ने तथा समक्ष किसी लिखित पढ़ाई को समझने योग्य बनायेगा। जैसे समाचार पत्रों की हेडिंग्स के शीर्षक समाचार, सड़क के संकेत इत्यादि। इससे दैनिक गतिविधियों के लिखने का कौशल , आवेदन लिखना, पत्र लिखना विभिन्न आवेदन फार्म भरना तथा साधारण दैनिक कार्य जैसे जोड़ना, घटाना, गुणा व भाग कौशल विकसित होगा। प्रत्येक शिक्षार्थी को बुनियादी साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा के आधार पर प्रत्येक सफल विद्यार्थी को एक प्रमाण पत्र जारी किया जायेगा। इससे उनके लिए ‘‘मुक्त शिक्षा प्रणाली ’’ के माध्यम से आगे शिक्षा प्राप्त करने के रास्ते खुलेंगें। बैठक में जिला मिशन समन्वयक, विकासखंड शिक्षा अधिकारी नारायणपुर श्री खेमेश्वर पाणिग्रही, विकासखंड शिक्षा अधिकारी ओरछा श्री डीबी रावटे के अलावा बीआरसी एवं संकुल समन्वयक उपस्थित थे।