बिना केन्द्रीय चुनाव कार्यालय के लोकसभा फतह करने निकली कांग्रेस

वैशाली नगर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रणनीति बनाने नहीं मिली अब तक कोई जगह
भिलाई। कांग्रेस प्रत्याशी बिना चुनाव कार्यालय के दुर्ग लोकसभा फतह करने निकल पड़ी हैं। वैशाली नगर विधानसभा में पार्टी का एक भी केन्द्रीय चुनाव कार्यालय अब तक शुरू नहीं किया गया जिसके कारण कार्यकर्ता इधर उधर भटकते देखे जा रहे हैं। दिशाहीन चुनावी प्रचार का यह एक उद्हारण है। बेमन से कार्यकर्ता चुनाव प्रचार तो कर रहे हैं लेकिन कार्यालय नहीं होने का कोप उनमें भी है। हालांकि इस बात को जगजाहिर करने से कार्यकर्ता संकोच कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के नजरिए से वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र काफी अहम है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की लहर के बीच दुर्ग लोकसभा क्षेत्र में एक मात्र यही सीट है जहां से भाजपा को जीत मिली थी। 2008 को आस्तित्व में आई वैशाली नगर सीट पर हमेशा भाजपा की बोलबाला रहा है। यहां हुए चार विधानसभा चुनावों में तीन बार भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। वहीं दुर्ग लोकसभा के कुल वोटरों में से 15 फीसदी वोटर वैशाली नगर विधानसभा से आते हैं। निम्र आय वर्ग से लेकर उच्च आय वर्ग का मिला जुला क्षेत्र होने के कारण यहां की आबादी भी काफी अधिक है। ऐसे क्षेत्र में कांग्रेस का चुनावी कार्यालय न होना कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को हताश कर रहा है।
सवा दो लाख मतदाता तय करेंगे भविष्य
वैशाली नगर क्षेत्र भले ही दुर्ग लोकसभा क्षेत्र का एक हिस्सा है लेकिन यहां सवा दो लाख मतदाता हैं। 2013 के विधानसभा चुनाव में यहां पर कुल 61.88 फीसदी मतदान हुआ था और लगभग 25 हजार वोटों के अंतर से भाजपा के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी। वहीं पिछले साल के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा था। ऐसे में बिना चुनावी कार्यालय व कार्यकर्ताओं की एकजुटता के यहां से पार पाना कांग्रेस के लिए मुश्किल प्रतीत हो रहा है।
घर से कार्यालय का संचालन
वैशाली नगर के कांगे्रस कार्यकर्ताओं का समर्पण भी कमाल का है। बिना चुनावी कार्यालय के सभी कार्यकर्ता अपने अपने घरों से चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं और कांग्रेस की जीत का सपना देख रहे हैं। कुछ कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे अपने घर को ही चुनाव कार्यालय बना दिए हैं और वहीं से चुनाव का संचालन कर रहे हंै। बताया जाता है कि वैशाली नगर क्षेत्र में केन्द्रीय चुनाव कार्यालय शुरू करने की मांग भी कई लेकिन इसे नहीं माना गया इस बात को लेकर कार्यकर्ताओं में अंदरूनी तौर पर काफी नाराजगी है।
एक दूसरे पर थोप रहे हैं जिम्मेदारी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किसी प्रकार की जानकारी के लिए चुनाव संचालन समिति के पदाधिकारी एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। कांग्रेस के प्रचार प्रसार से जुड़ी कोई भी जानकारी देने में वह कतरा रहे हैं। इस वजह से कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव प्रचार की सही जानकारी लोगों तक नहीं पहुंच रही है। इनके पास न कार्यक्रमों का लेखा जोखा है और न ही प्रत्याशी के संदर्भ में किसी प्रकार की जानकारी।
हवा हवाई आंकड़ो की बाजीगरी
चुनाव में कांग्रेस कार्यकर्ता बड़े नेताओं के सामने अपनी शेखी बघार रहे हैं। वैशाली नगर व भिलाई नगर क्षेत्र में कांग्रेस के लिए काफी गहरा गड्ढा है लेकिन कार्यकर्ता अपने हवा हवाई आकंड़ों से बड़े नेताओं को लुभाने की कोशिश में लगे हुए हैं। कार्यकर्ता लगातार यह भ्रम फैला रहे हैं कि हमने दोनों विधानसभा क्षेत्रों में दौरा कर जहां जहां कांग्रस कमजोर दिख रही थी वहां मजबूती के साथ पार्टी की बातों को रखा है जिससे यहां के गड्ढे लगभग भर गए हैं जो हमारी जीत तय करेंगे।
घर घर में कार्यालय
लोकसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं के घर घर में कार्यालय है और हमारे कार्यकर्ता पूरे जोश के साथ चुनाव में प्रचार प्रसार का जिम्मा संभाले हुए हैं।
सीजू एंथोनी,
प्रभारी प्रचार प्रसार समिति खर्च का रख रहे ध्यान
लोकसभा चुनाव में एक बड़ा क्षेत्र होता है और चुनाव में खर्च की सीमा तय है। खर्चो की अधिकता को देखते हुए वैशाली नगर में चुनाव कार्यालय नहीं खोले गए होंगे।
संदीप निरंकारी,
महामंत्री, जिला कांग्रेस कमेटी, दुर्ग