छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

एटीएम बूथों पर सेवा देने वाले केयर टेकरों का भविष्य अंधकारमय हो गया-एच एस मिश्रा

भिलाई। हिंद मजदूर सभा से संबंद्ध छग सिक्युरिटी गार्ड केयर टेकर कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव एच.एस.मिश्रा ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम बूथों पर सेवा देने वाले केयर टेकरों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। न्यायालयीन प्रक्रिया के चलते केयर टेकरों का वेतन भुगतान अटक जाने से परिवार की रोजी रोटी पर संकट उभर आया है।

 

वरिष्ठ श्रमिक नेता एंव छग सिक्युरिटी गार्ड केयर टेकर कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव एच.एस.मिश्रा ने बताया कि भारतीय स्टेट बैंक प्रबंधन ने अपने एटीएम बूथों के रखरखाव तथा सुरक्षा के लिए सेन्ट्रल इन्वेस्टिगेशन एण्ड सिक्युरिटी सर्विसेस लिमिटेड (सीआईएसएस) को अवैधानिक तरीके से काम दिया है। जिस पर पूर्व में काम करने वाली बख्शी सिक्युरिटी एण्ड पर्सनल सर्विसेस ने भारतीय स्टेट बैंक प्रबंधन के खिलाफ दायर याचिका को माननीय सवौच्च न्यायालय ने स्वीकृत कर लिया है। सेन्ट्रल इन्वेस्टिगेशन एण्ड सिक्युरटिी लिमिटेड (सीआईएसएस) ने काम संभालते ही बख्शी कंपनी द्वारा रखे गये पुराने केयर टेकरों में से अनेक को काम से निकाल दिया है। उनके स्थान पर नये केयर टेकर की भर्ती सीआईएसएस ने कर ली है। जो सरासर गलत है। श्री मिश्रा ने कहा कि नियमानुसार किसी नई कंपनी को काम मिलने के बाद पहले से ही काम करने वाले केयर टेकर का ही समायोजन किया जाना चाहिए। लेकिन ऐसा नही किए जाने से बैंक प्रबंधन और सीआईएसएस के बीच मिलीभगत का संदेह उभर रहा है। वहीं जिस अनुपात में केयर टेकर रखा जाना चाहिए वैंसा नही होने से अनेक एटीएम बूथ बिना केयर टेकर के ही चल रहे है। इस वजह से एटीएम बूथों पर गंदगी बढ़ गई है और असुरक्षा का महौल निर्मित हो रहा है। साथ ही कम पढ़े लिखे व ग्रामीण क्षेत्र से पैसा निकालने आने वालों को केयर टेकर से मिलने वाली तकनीकी जानकारी, मदद या किसी तरह का शंका निवारण करने में दिक्कत पेश आ रही है।

श्रमिक नेता एच.एस.मिश्रा ने आरोप लगाया कि सीआईएसएस ने काम लेते समय फेक दस्तावेज पेश किए थे। कंपनी के द्वारा पीएफ, ईएसआई एवं सरकार द्वारा अन्य घोषित सुविधाओं का पालन नही किया जा रहा है तथा साथ ही कानूनी प्रक्रिया का भी पालन नही किया जा रहा है। सीआईएसएस और बंैक प्रबंधन के मिली भगत से फेक तरीके से बिल पास हो रहा है। उन्होंने बताया कि बख्शी कंपनी के कुछ केयर टेकर अभी भी एटीएम बूथ में इस उम्मीद के साथ काम करते आ रहे है कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का इंताजार खत्म होते ही उनकी नौकरी बरकरार रहने के साथ ही पुराना लंबित वेतन मिल जायेगा। श्री मिश्रा ने सभी एटीएम बूथों पर तीन शिफ्ट में केयर टेकर तैनाती सुनिश्चित करने की भी सुझाव बैंक प्रबंधन को दी है, तथा निकाले गए केयर टेकरों को पुन: काम पर रखने के लिए गंभीरतापूर्वक विचार स्टेट बैंक प्रबंधन को करना चाहिए। जिससे की लोगों की रोजी रोटी बहाल हो सके।

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