फिर बढ रहे कोरोना के दहशत के साथ ही मौसमी बीमारियों से लोग हहाकार Then along with the increasing panic of Corona, people are outraged by seasonal diseases.

भिलाई/ कोरोना संक्रमण अभी पूरी तरह से खत्म हुआ नहीं और मौसमी बीमारियों ने लोगों को हलाकान कर डाला है। इन दिनों गले में संक्रमण, सर्दी-खांसी, जुकाम व बुखार के साथ बदन दर्द के मरीजों की संख्या तेजी सेे बढ़ती दिख रही है। शहर के निजी व सरकारी अस्पतालों में इस तरह के मरीजों की भीड़ लगातार बनी हुई है।
सावन महीने की शुरुवात होते ही शहर में बारिश की झड़ी लगी हुई है। बारिश में जहां लोगों की दिनचर्या को अस्त व्यस्त कर डाला है, वहीं इससे मौसमी बीमारी भी फैलने लगी है। लोग बारिश में भीगने के बाद मौसमी बीमारी से संक्रमित हो रहे हैं। इस मौसम में गले में जकडऩ के साथ सर्दी जुकाम, बुखार और बदन दर्द से ग्रसित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कुछ मरीजों ने उल्टी-दस्त की भी शिकायत देखने को मिल रही है। सुपेला के शास्त्री हास्पिटल सहित भिलाई-3 के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में बड़ी संख्या में मौसमी बीमारियों से ग्रसित मरीज उपचार कराने पहुंच रहे हैं। शहर के निजी अस्पताल व निजी चिकित्सकों के क्लिनिक में भी मरीजों की भीड़ एकाएक बढ़ गई है।
पिछले तीन दिनों से शहर में लगातार बारिश हो रही थी। आज सुबह से मौसम खुलने के साथ अस्पतालों में भीड़ दिखने लगी। चिकित्सकों की मानें तो बारिश के दिनों में संक्रमण का खतरा सबसे अधिक रहता है। इस समय सर्दी जुकाम व बुखार के साथ सिर दर्द और बदन दर्द के मरीज ज्यादा देखे जा रहे हैं। इसके साथ ही गले में जकडऩ के लक्षण भी अनेक मरीजों में आ रहा है। यह वायरल फीवर का लक्षण है। ऐसे लक्षण वाल मरीजों को तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लेकर उपचार शुरू करना चाहिए। गले में जकडऩ के लक्षण वाले मरीज कोरोना संक्रमण की आशंका से भयभीत है। ऐसे मरीजों को शंका निवारण के लिए कोविड टेस्ट करा लेना चाहिए। बारिश थमने के बााद तीखी धूप और उमस से लोगोंकी सेहत पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है।