छत्तीसगढ़
पढ़़ना लिखना अभियानः असाक्षर लोगों में शिक्षा की अलख जगायेगा पढ़ना लिखना अभियान
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पढ़़ना लिखना अभियानः
असाक्षर लोगों में शिक्षा की अलख जगायेगा पढ़ना लिखना अभियान
नारायणपुर 26 अक्टूबर 2020 – छत्तीसगढ़ शासन द्वारा असाक्षर लोगों में शिक्षा की अलख जगाने ‘‘पढ़ना लिखना अभियान’’ की शुरूआत की गयी है। इस योजना के द्वारा ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रां केे असाक्षर लोगों को साक्षर किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस कार्यक्रम में सर्वे के माध्यम से असाक्षरों का चिन्हाकन, इनकी शिक्षण आवश्यकताओं का क्षेत्रवार मापन तथा इसके अनुरूप 4 माह या इससे अधिक अवधि में 120 घण्टों का शिक्षण देने के लिए अनुदेशकों की व्यवस्था करना है। इन 120 घण्टों के शिक्षण के के सफल समापन उपरांत शिक्षार्थी को पढ़ने तथा समक्ष किसी लिखित पढ़ाई को समझने के योग्य बनाया जायेगा। समाचार पत्रों की हेडिंग्स के शीर्षक समाचार, सड़क के संकेत इत्यादी शामिल है। ।
इस योजना के तहत् असाक्षर लोगो को दैनिक गतिविधियों के लिखने का कौशल, आवेदन लिखना, पत्र लिखना विभिन्न आवेदन फार्म भरना तथा साधारण दैनिक कार्य जैसे जोड़ना, घटाना, गुणा व भाग, कौशल विकसित होगा। प्रत्येक शिक्षार्थी को बुनियादी साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा के आधार पर प्रत्येक सफल विद्यार्थी को एक प्रमाण पत्र जारी किया जायेगा। इससे उनके लिए ‘‘मुक्त शिक्षा प्रणाली’’ के माध्यम से आगे शिक्षा प्राप्त करने के रास्ते खुलेंगें। नारायणपुर जिले अंतर्गत इस वर्ष 6000 असाक्षरों के साक्षर करने का लक्ष्य राज्य कार्यालय से प्राप्त है। वित्तीय वर्ष 2020-2021 के एक वर्ष के समय में बुनियादी साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत 15 वर्ष एवं इससे अधिक आयु वर्ग के 1500 महिला एवं 1500 पुरूषों को साक्षर किये जाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। ऐसे स्वेच्छिक जैसै स्वयंसेवी संस्था, स्वयं सेवक, समाजसेवी व्यक्ति,एनसीसीस, एनएसएस के छात्र-छात्राएं, शिक्षक, गांव के शिक्षित व्यक्ति अगर निशुल्क 8 से 10 विद्यार्थियांे को साक्षर करना चाहते है तो कार्यालय जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण, जिला नारायणपुर से संपर्क कर सकते है।