मुख्यमंत्री के कहने पर मध्यानी के कांग्रेस प्रवेश पर रोड़ा बने कांग्रेस के कार्यकता
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मध्यानी और देशलहरा के कांग्रेस प्रवेश पर अब संशय की स्थिति
जबरिया कांग्रेस प्रवेश किया गया तो कांग्रेस के लिए काम करने से बिदक सकते है कार्यकर्ता
कार्यकत्र्ताओं ने अपनी भावनाओं से बड़े नेताओं को करवाया अवगत
दुर्ग। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस(जोगी) के शहर अध्यक्ष प्रताप मध्यानी के कांग्रेस प्रवेश के खिलाफ कांग्रेसी ही रोड़ा बनकर सामने आ गए है। इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारीगण, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षगणों एवं कार्यकत्र्ताओं ने शुक्रवार को लोकसभा प्रत्याशी प्रतिमा चंद्राकर, विधायक अरुण वोरा व शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष आर.एन.वर्मा से मुलाकात कर कांग्रेस से बाग बनकर महापौर अपनी पत्नी दीपा मध्यानी को चुनाव लड़ाने एवं जोगी कांग्रेस से विधानसभा चुनाव में अरूण वोरा के खिलाफ चुनाव लडऩे वाले बागी प्रताप मध्यानी को कांग्रेस में शामिल नहीं करने की एक साथ आवाज उठाई है। कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकत्र्ता का कहना था कि अगर प्रताप मध्यानी को कांग्रेस में प्रवेश दिया गया, तो यह कांग्रेस के जमीनी कार्यकत्र्ता की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला साबित होगा। जो कांग्रेस पार्टी के लिहाज से ठीक नहीं होगा। विरोध में कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकत्र्ताओं द्वारा शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष आर.एन. वर्मा को एक बकायदा पत्र भी सौंपकर अपनी भावनाओं से अवगत कराया गया है। मांगों पर कांग्रेस नेताओं ने पुर्नविचार करने कार्यकत्र्ताओं को भरोसा दिलाया है। यह मांग प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव परमजीत सिंह भुई, राजेश यादव, संयुक्त महामंत्री अब्दुल गनी, नेता प्रतिपक्ष लिखन साहू, शहर कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष अजय मिश्रा, राजकुमार पाली, अलताफ अहमद, जमुना साहू, दानबाई तामस्कर, शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिता तिवारी, शहर कांग्रेस साहित्यिक व सांस्कृतिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष शिवाकांत तिवारी एवं अन्य कार्यकत्र्ताओं द्वारा की गई है। जिससे छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस(जोगी) के शहर अध्यक्ष प्रताप मध्यानी के घर वापसी की संभावनाओं पर संशय की स्थिति निर्मित हो गई है। मालूम हो कि छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस(जोगी) के शहर अध्यक्ष प्रताप मध्यानी के अलावा जोगी कांग्रेस के दुर्ग लोकसभा प्रभारी प्रकाश देशलहरा की कांग्रेस प्रवेश करने की खबरें एक-दो दिन से राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ था। शुक्रवार को इन खबरों की पुष्टि होने के बाद कांग्रेसियों ने लामबंद होकर विरोध के स्वर तेज कर दिए। कांग्रेसियों की प्रताप मध्यानी के नाम पर ज्यादा आपत्ति नजर आ रही है। श्री मध्यानी की शहर में एक समाजसेवी के अलावा प्रतिष्ठित व्यवसायी व व्यापक जनाधार वाले नेता के रुप में पहचान है। जिसे वे पिछले महापौर व विधानसभा चुनाव में सिद्ध कर चुके है। महापौर चुनाव में उन्होने अपनी धर्मपत्नी व पूर्व पार्षद दीपा मध्यानी को निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़वाया था। इस चुनाव में दीपा मध्यानी ने करीब 31 हजार वोट हासिल कर भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी को कड़ी चुनौती देने में सफल रही थी। वहीं हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में दुर्ग शहर से छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रत्याशी रहे प्रताप मध्यानी करीब 21 हजार वोट हासिल कर अपना जनाधार सिद्ध करने में कही पीछे नहीं रहे। श्री मध्यानी के बढ़ते जनाधार से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत प्रदेश कांग्रेस के आला नेता भलीभांति वाकिफ है। इसलिए श्री मध्यानी के कांग्रेस प्रवेश के आला नेता पक्षधर है, लेकिन कार्यकत्र्ताओं की नाराजगी उनके कांग्रेस प्रवेश पर रोड़ा बन कर सामने आई है।
जबरिया प्रवेश पर पड सकता है चुनाव में प्रभाव
जोगी कांग्रेस के नेता अब अपने पार्टी को छोडक़र लगातार कांग्रेस में आते जा रहे है, दुर्ग में भी सबसे बड़ी सफलता मिलने जा रही थी, यहां जोगी कांग्रेस के जाने माने नेता प्रताप मध्यानी और प्रकाश देशहलहरा के कांग्रेस प्रवेश कराकर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस को इस लोकसभा चुनाव में मजबूत करने जा रहे थे लेकिन अब इसमे उन्ही के कार्यकर्ता रोड़ा बनकर खडे हो गये है, और मध्यानी के कांग्रेस प्रवेश का जमकर विरोध कर रहे है। यदि कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर उन्हें कांग्रेस प्रवेश दिया जाता है तो इस लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ता नाराजगी में कही उल्टा कदम न उठा ले और इसका पूरा असर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए उल्टा साबित हो सकता है।
सीएम के कहने पर कांग्रेस प्रवेश का लिया फैसला-मध्यानी
घर वापसी के इच्छुक प्रताप मध्यानी ने कहा है कि पूर्व में कांग्रेस से कुछ नाराजगी थी, लेकिन वह अब दूर हो गई है। परिवार में मतभेद हो सकता है, लेकिन मनभेद नहीं हो सकता है। कांग्रेस प्रवेश को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से चर्चा हुई है। उनके कहने पर ही मैने कांग्रेस प्रवेश का फैसला लिया है।