छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

बैंक में खाता एंट्री कराने पर हुआ मालूम कि पार हो गया पैसे,न OTP आया और न ही मैसेज दो लोगों के खाते से हुआ पैसे पार

भिलाई. खाताधारकों की जानकारी के बिना उनके बैंक अकाउंट से लाखों रुपए दूसरे के खाते में ट्रांसफर होने लगे हैं। ऐसे ही दो अलग-अलग मामलों में जामुल थाना पुलिस ने अपराध दर्ज किया है। दो अलग-अलग खातों से करीब 13.5 लाख रुपए ट्रांसफर कर लिया गया है। इसकी जानकारी खाताधारकों को मिली तो वे पहले बैंक और बाद में पुलिस के पास शिकायत करने पहुंचे। पुलिस ने दोनों ही मामले को धारा-420 के तहत दर्ज कर विवेचना में लिया है।

रकम ट्रांसफर होने के लिए यह नियम
नियम यह है कि जब अकाउंट से रकम दूसरे खाता में भेजी जाती है तब ओटीपी बैंक की ओर से आता है। जिसको ओके करने के बाद ही रकम दूसरे खाता में ट्रांसफर होता है। यहां खाताधारकों को कानोकान पता ही नहीं चला और रकम पार हो गई। न ओटीपी आया न मैसेज मिला।

केस-1: पैसा निकाला तब पता चला 9 लाख ट्रांसफर हो चुका है
कुरूद निवासी छबीराम निर्मलकर ने बताया कि 11 सिंतबर को जब उसने पैसा निकाला तब उसे मालूम हुआ कि उसके खाते से 9,01,000 रुपए किसी ने निकाल लिया है। अगले दो दिनों तक बैंक शनिवार और रविवार होने की वजह से बंद था। तब सोमवार को भारतीय स्टेट बैंक शाखा, औद्योगिक क्षेत्र हाउसिंग बोर्ड में जाकर मैनेजर को बताया। तब उन्होंने पहले पुलिस में आवेदन करने कहा। उन्होंने दोनों जगह आवेदन दिया। निर्मलकर को बैंक के अधिकारी ने बताया कि एक ही खाता में उनकी राशि गई है। इस पर उन्होंने सवाल किया कि कोई ओटीपी नहीं आया और किसी ने फोन भी नहीं किया। बैंक के अधिकारियों का कहना है कि बैंक में दर्ज पंजीकृत नंबर में ओटीपी जनरेट होता है, उसके बाद ही पैसा ट्रांसफर होगा। उसके पहले नहीं हो सकता।

जिस खाते में गया है रकम आरबीआई से मांगी जानकारी
जिस खाता नंबर में रकम गया है उसका क्रमांक 11108770627350 है। उसका आईएफसी कोड आईइएफडी 0010209 है। निर्मलकर ने यह जानकारी आरबीआई से ली है।

केस-2: बैंक में खाता एंट्री कराने पर हुआ मालूम कि पार हो गया 4.5 लाख
सुंदरविहार कालोनी निवासी दीपमाला गेडाम बैंक खाता को एंट्री कराने 12 अक्टूबर को देना बैंक, कैलाश नगर पहुंची। एंट्री कराने पर मालूम हुआ कि उसके खाता में 20.19 रुपए है। वह हैरान रह गई। उनके खाते में करीब 5,10,215.69 रूपए जमा थे। 31 जुलाई से 12 अक्टूबर 2020 के मध्य उनके खाता से 4,50,000 रुपए बिना किसी सूचना के ऑनलाइन आहरित कर लिया गया। खाता से 31 जुलाई से लेकर 10 अक्टूबर के बीच किसी व्यक्ति ने लगभग 4,50,000 रुपए आहरित कर लिया।

बैंक मैनेजर ने यह दिया जवाब
दीपमाला ने बैंक मैनेजर को इसके संबंध में बताया तब उन्होंने कहा कि आपके द्वारा ऑनलाइन के माध्यम से रकम आहरित की गई है। उसी के अनुरूप बैंक विवरणी दी जा रही है। दीपमाला ने मैनेजर को बताया कि उसने ऑनलाइन रकम ट्रांसफर किया है न खरीदी की है। बैंक में रजिस्टर मोबाइल नंबर में दो-तीन माह से किसी प्रकार का कोई भी मैसेज भी नहीं आया है। उनको आशंका है कि किसी ने उनके बैंक खाते से रकम को छलपूर्वक आहरित कर लिया है।

 

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