छत्तीसगढ़

मलेरिया उन्मूलन हेतु कलेक्टर की अध्यक्षता में अंर्तविभागीय समन्वय बैठक

मलेरिया उन्मूलन हेतु कलेक्टर की अध्यक्षता में अंर्तविभागीय समन्वय बैठक
नारायणपुर, 21 अक्टूबर 2020 – कलेक्टर श्री अभिजीत ंिसंह की अध्यक्षता में आज मलेरिया उन्मूलन हेतु अंतर्गविभागीय समन्वय बैठक कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में आयोजित की गयी। कलेक्टर ने मलेरिया उन्मूलन के संबंध में चर्चा करते हुए मलेरिया प्रकरणों तथा इसके रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों एवं मलेरिया मुक्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने मलेरिया से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों के बारे में जानकारी ली तथा इन क्षेत्रों में मलेरिया मुक्ति के लिए किये जा रहे कार्यों के बारे में पूछा। कलेक्टर श्री सिंह ने मलेरिया जांच किट, मच्छरदानी वितरण तथा कार्य मेें लगे अमले की जानकारी ली।  उन्होंने माह जनवरी-फरवरी एवं जून-जुलाई में चलाये गये मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान में मलेरिया पॉजिटिव पाये गये लोगों की जानकारी ली। श्री सिंह ने मलेरिया लार्वा को नष्ट करने के लिए गम्बूसिया मछली को तालाबों में डालने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने जिले में सभी तालाबों का सर्वे कर 10 दिवस के अंदर गम्बूसिया मछली डालने के निर्देश दिये। नगर पालिका क्षेत्र में मछली डालने हेतु नगर पालिका अधिकारी को सहयोग करने कहा। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती श्यामबती नेताम, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री राहुल देव, सिविल सर्जन डॉ एम.के सूर्यवंशी सहित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, मत्स्य विभाग सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।  
बैठक में कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने कहा कि जिन जगहों पर पानी का जमाव होता है, उन जगहों पर मच्छर अपना लार्वा दे जाते हैं। ऐसी जगहों पर ध्यान रखा जाये कि पानी का जमाव न हो और पंचायतों द्वारा शोकपिट बनाया जाये। स्वास्थ्य अमले द्वारा ऐसी जगहों पर केरोसीन या अन्य दवाईयों का छिड़काव किया जाये। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग द्वारा आश्रम-छात्रावासों में मच्छरदानी का नियमित उपयोग एवं वितरण जरूर किया जाये। वहीं नगर पालिका अधिकारी द्वारा मलेरियारोधी दवाईयों का छिड़काव एवं फागिंग किया जाना सुनिश्चित किया जाये। कलेक्टर ने कहा कि ग्राम पंचातयों में आयोजित होने वाली ग्रामसभा में उपस्थित लोगों को मलेरिया से बचाव हेतु जागरूक किया जाये और मलेरिया से बचाव हेतु एक बिंदु अवश्य रखा जाये। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ए.आर.गोटा ने बताया कि मलेरिया मुक्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। जिले में मलेरिया मुक्ति के लिए मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान अभियान चलाया गया है। इस अभियान के प्रथम चरण में 173000 लोगों का परीक्षण किया गया। जिसमें 11551 लोग पॉजिटिव पाये गये थे। वहीं द्वितीय चरण में 160000 लोगों का परीक्षण किया गया, जिसमें से 6465 लोग पॉजिटिव पाये गये थे। जिले में मलेरिया के दर में 57 प्रतिशत की कमी आयी है। मलेरिया से बचाव हेतु लोगों को विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है। जिसके लिए लोगों को निःशुल्क मच्छरदानी का वितरण, मच्छरदानी का नियमित उपयोग, घर के आसपास पानी का भराव न करने आदि के बारे में जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में मलेरिया से बचाव हेतु मलेरिया जांच किट एवं दवाईयों का पर्याप्ट मात्रा में स्टॉक है।  

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