गरियाबंद जिले के दिवंगत लिपिक शुभम पात्र के आत्महत्या मामले में दोषी तहसीलदार देवभोग बाबूलाल कुर्रे पर अपराध पंजीबद्ध हो
गरियाबंद जिले के दिवंगत लिपिक शुभम पात्र के आत्महत्या मामले में दोषी तहसीलदार देवभोग बाबूलाल कुर्रे पर अपराध पंजीबद्ध हो
कांकेर। शुभम पात्र सहायक ग्रेड-3 तहसील कार्यालय देवभोग द्वारा 15.10.2020 को अपने निवास पर तहसीलदार की प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर आत्महत्या कर ली, मृतक ने अपने सोसाईट नोट में देवभोग में पदस्थ प्रभारी तहसीलदार बाबूलाल कुर्रे को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार लिखा है। मृतक की मां श्रीमती भारती पात्र द्वारा थाना प्रभारी देवभोग को दोषी तहसीलदार बाबूलाल कुर्रे पर अपराध दर्ज करने हेतु लिखित शिकाययत 16.10.2020 को दर्ज कराई साथ ही संघ के जिला शाखा गरियाबंद के द्वारा भी जिला प्रशासन को अपराध पंजीबद्ध करने एवं दोषी तहसीलदार को अन्यत्र करने का ज्ञापन दिया परंतु खेद का विषय है कि जिला प्रशासन गरियाबंद एवं थाना प्रभारी देवभोग द्वारा दोषी तहसीलदार बाबूलाल कुर्रे को बचाने एवं मामले के दबाने का प्रयास किया जा रहा है। एफआईआर दर्ज करने के लिए मृतक की मांग की शिकायत एवं सोसाईट नोट ही पर्याप्त दस्तावेज है, सोसाईट नोट होने के उपरांत भी एफआईआर दर्ज नहीं करना मृतक शासकीय कर्मचारी के साथ अन्याय है। उक्त अन्याय के विरूद्ध आज प्रदेश भर के लिपिक अपने-अपने जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन कर कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन तथा गृहमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के नाम ज्ञापन सौंपे। कांकेर जिला में जिलाध्यक्ष श्री सुरेन्द्र ठाकुर के नेतृत्व में लगभग 100 लिपिकों द्वारा धरना रैली के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया जिसमें विशेष रूप से जिला सचिव पियूष कौशिक, जिला प्रवक्ता ज्ञान मिश्रा, वरिष्ठ लिपिक श्री सुभाष मिश्र, शरद शर्मा, विजेन्द्र चैहान, एवं संघ के सक्रिय सदस्य शामिल थे। श्री ठाकुर ने कहा कि उचित एवं वैधानिक कार्यवाही न होने पर संघ प्रदेश स्तर पर आंदोलन के लिए बाध्य होगी जिसकी संपूर्ण जिम्मेदार शासन प्रशासन की होगी