Kondagaon_ सीपीआई के नेतृत्व में राइस मिल बंद कराने वार्डवासियों ने किया जिला कार्यालय का घेराव
कोण्डागांव, 09 अक्टूबर। जिला मुख्यालय कोण्डागांव के महात्मा गांधी वार्ड में संचालित दोनों राइस मिलों को बंदकर अन्यत्र स्थान्तरित किये जाने संबंधी महामहिम राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित एक ज्ञापन को सीपीआई जिला परिषद कोण्डागांव जिला सचिव तिलक पाण्डे के नेतृत्व एवं अम्बेडकर सेवा संस्थान अध्यक्ष संतोश सावरकर, वार्ड पार्षद श्रीमती अनिता पोयाम एवं वार्डवासियों के साथ कलेक्टर कार्यालय में पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर को सौंपा गया।
इस दौरान सुभाष चंद्र बोस वार्ड पार्षद लक्ष्मी ध्रुव, श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड पार्षद कामदेव कोर्राम, नफीसा, रेखा देवांगन, शंकर देवांगन, नारद निषाद, कन्हैया मानिकपुरी, चमरू निषाद, प्रेम देवांगन, मुकेश मार्कंडेय, पंपा मंडल, दीपक बांधे, लक्ष्मण पटेल, कार्तिक, जया देवांगन, महेंद्र सागर, दीनबंधु देवांगन, चोखा देवांगन, छेडूराम अन्य वार्डवासियों के साथ सीपीआई कोण्डागांव के बिरज नाग, शैलेश शुक्ला, दिनेश मरकाम, भिषम मरकाम, लक्ष्मण महावीर, श्यामलाल मरकाम, जयप्रकाश नेताम आदि कम्युनिष्ट भी उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि कोण्डागांव नगरपालिका क्षेत्र के महात्मा गांधी वार्ड में माजीसा राईस मिल व जेके राईस मिल संचालित है। जिससे वार्ड में काफी प्रदूषण फैल रहा है। उक्त दोनों मिलों से निकलने वाली राख तथा धुंआ के हवा में उड़ने से एवं मिलों से निकलने वाले बदबूदार गंदे पानी की वजह से वार्डवासियों को सांस लेने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। मिल से निकलने वाले राख से घरों में काली परत बैठ जाता है। प्रदूषण की वजह से पीने का पानी भी दूषित हो चुका है, बदबु की वजह से दमा, टीबी, स्वांस संबंधी गंभीर बीमारियाँ पनप रही है। राइस मिलों के नजदीक ही जिला कार्यालय व जिला पंचायत कार्यालय स्थित है। साथ ही मिल के समीप ही स्कुल, पचास सीटर ट्रायबल छात्रावास, बाल गृह (सुरज विकास संस्थान) व नगर सेना का कार्यालय स्थित है। उक्त संस्थाओं में कार्य करने वाले कर्मचारियों, अधिकारियों, सड़क से गुजरने वाले राहगिरों व मोहल्लेवासियों को मिल से निकलने वाले राख, धुंआ व गंदे पानी से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उक्त दोनों मिलों को तत्काल बंदकर नगर से दूर अन्यत्र स्थान्तरित करने हेतु मोहल्लेवासियों द्वारा जिला बनने के पूर्व से लेकर जिले में कलेक्टर की पदस्थापना के बाद तक कलेक्टर व विधायक को निरंतर व कई बार आवेदन/ज्ञापन सौंपा जा चुका है। जिस पर कलेक्टर द्वारा 04/09/2014 तथा 01/03/2017 को उसना चाँवल मिल को बन्द करने का आदेश भी दिया गया। लेकिन आज पर्यंत कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है। जिसके कारण ही वार्डवासियों द्वारा पुनः राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर उक्त मिल को हटाए जाने की मांग की गई है एवं चेतावनी भी दी गई है कि दोनों मिलों को 15 दिवस के भीतर बंदकर अन्यत्र स्थान्तरित करें अन्यथा उग्र आन्दोलन किया जाएगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।