छत्तीसगढ़
गाँधी जयंती पर आंगनबाड़ी केन्द्रों में किया गया वृक्षारोपण
गाँधी जयंती पर आंगनबाड़ी केन्द्रों में किया गया वृक्षारोपण
प्रकृति प्रेमः गोद में बच्चे लेकर किया पौधरोपण और भावी पीढ़ी को बनाया साक्षी
कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने में जुटी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं
नारायणपुर, 3 अक्टूबर 2020 – राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस दौरान आगनबाड़ी कार्यकर्ताएं एवं ग्रामीण महिलाओं के द्वारा फलदार पौधे लगाए गए। विशेषकर ग्रामीण आदिवासी महिलाओं ने अपने प्रकृति प्रेम को दर्शाते हुए अपनी गोद में बच्चों को लेकर पौधरोपण किया और भावी पीढ़ी को साक्षी बनाया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने इन महिलाओं को फ़लदार पौधों के गुणों को बताया तथा पौधों की देखरेख करने के लिए प्रेरित किया। महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री रविकांत ध्रुर्वे ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण अति आवश्यक है। प्रत्येक व्यक्ति को एक पौधा जरूर लगाना चाहिए। जहां हरियाली होगी, वहीं खुशहाली होगी। इस उद्देश्य के साथ पौधारोपण का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में कुपोषण दूर करने में सहायक पौधों को विशेषकर लगााया जा रहा हैं जिससे आंगनबाड़ी केन्द्र में आने वाले बच्चांें एवं गर्भवती व शिशुवती महिलाओं को इन पौधों को लाभ मिल सकें।
श्री धुर्वे ने कहा कि पौधरोपण के साथ पौधों की सुरक्षा करना भी जरूरी है। पौधे लगाने के बाद उसके अच्छी तरह से देखभाल करें तथा नियमित रूप से पानी देते रहें ताकि पौधे सूखे नहीं और भविष्य में एक बड़े पेड़ के रूप में हमें स्वच्छ हवा, फल और छांव जैसे सुविधा प्राप्त हो सके। कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने के लिए जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं आंगनबाड़ी परिसर में फलदार एवम कुपोषण को दूर करने में सहायक पौधों को लगाने में जुटी हुई है।