बहुमत का दुरुपयोग कर पारित किसान विरोधी काला कानून वापस हो – पंकज शर्मा

बहुमत का दुरुपयोग कर पारित किसान विरोधी काला कानून वापस हो – पंकज शर्मा
न्यूनतम समर्थन मूल्य का उल्लेख ना करना भाजपा सरकार की साजिश -पदम कोठारी
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार एवं छ ग प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम जी आदेशानुसार अहिंसा के मसीहा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं सादगी के पर्याय लालबहादुर शास्त्री जी के जन्मदिवस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण एवं शहर के संयुक्त तत्वाधान में केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान विरोधी 3 कृषि विधेयकों को वापस लेने के लिए किसान खेत मजदूर बचाओ दिवस के रूप में मनाते धरना प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
जिला कांग्रेस के प्रवक्ता रूपेश दुबे ने बताया कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष पदम सिंह कोठारी के साथ महापौर हेमा देशमुख ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के तैलचित्रों पर दीप प्रज्वलन माल्यार्पण किया पश्चात धरना प्रारंभ हुआ धरना प्रदर्शन सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण प्रभारी एवं प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री पंकज शर्मा ने कहा लोकतंत्र में बहुमत का मतलब जनहित के निर्णय सुगम एवं जल्द होने के लिए होता है लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने बिना चर्चा कराये कृषि बिलो को पारित कराकर लोकतंत्र का मजाक उड़ाया है और कृषि प्रधान भारत देश के किसानों के साथ अन्याय कर भारत की हरित क्रांति को समाप्त करने की साजिश के साथ किसानों को पूंजीपतियों के हाथ की कठपुतली बनाने की नीति लाई है एक तरफ 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने की दुहाई देने वाली केंद्र की भाजपा सरकार इस ओर तो काम नहीं कर पाई बल्कि किसानों को खेतों में काम करने वाले मजदूरों को बेरोजगार करने का काम जरूर किया है यह बिल पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने और किसानों का शोषण करने वाला बिल है इसलिए इस बिल का पूरे देश में मजबूत विरोध हो रहा है। जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष पदम कोठारी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित इस विधेयक में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों के उत्पाद की मार्केटिंग सुनिश्चित करने के अधिकार की रक्षा के लिए कोई वैधानिक गारंटी का उल्लेख नहीं है किसान को मजदूर बनाने वाले इस काले कानून का हम हर स्तर पर विरोध करेंगे कृषि विधेयकों के विरोध में केंद्रीय मंत्री का इस्तीफा इस बात का सबूत है कि आनन-फानन में पारित यह बिल किसान विरोधी है जमाखोरी, कालाबाजारी के साथ आवश्यक वस्तु संसोधन विधेयक से जनता को महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी कोरोना काल में पारित इस विधेयक की मार निम्न व मध्यम वर्ग को भी पड़ेगी। चूंकि छ ग कृषि आधारित राज्य है इसलिए राज्यपाल के नाम ज्ञापन देकर राष्ट्रपति जी से विधेयक जनहित में वापस लेने की मांग की गई है।
धरना के अध्यकीय आसंदी से संबोधित करते हुए अंतयव्यवसायी निगम के अध्यक्ष पूर्व मंत्री धनेश पाटिला ने कहा जब से मोदी सरकार आई है तबसे सर्वहारा वर्ग के साथ धोखा अन्याय ही हुआ है अब किसानों के साथ अन्याय रूपी बिल लाकर अन्याय की सभी सीमाएं लांघ दी है। सभा को महापौर हेमा देशमुख, प्रदेश महामंत्री शाहिद भाई, प्रवक्ता कमलजीत सिंह पिंटू, श्रीकिशन खंडेलवाल, शशिकांत अवस्थी, हरिनारायण धकेता, महेंद्र यादव, भागवत साहू, रोशनी सिन्हा,बबलू कसार, अंगेश्वर देशमुख, सिद्धार्थ डोंगरे,अशोक फडणवीस, चंपू गुप्ता, संतोष पिल्ले,मामराज अग्रवाल, एजाजुर रहमान, झम्मन देवांगन,अमित चंद्रवंशी,आदि ने संबोधित कर केंद्र सरकार को जमकर कोसा और किसानों के हित में सड़क की लड़ाई तक पीछे नही हटने की बात कही।पूरे कार्यक्रम के दौरान मोदी सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश साफ दिखाई दे रहा था। धरना का समापन हाथरस में उत्तरप्रदेश सरकार की निष्क्रियता व बर्बरता की शिकार मनीषा वाल्मीकि को श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई।धरना प्रदर्शन में पूर्व महापौर सुदेश देशमुख,महेंद्र शर्मा,आफताब आलम, विपल्व शर्मा,अजय मार्कण्डेय, विजेश श्यामकर, गोपीचंद गायकवाड़,महेश साहू, दुलारी साहू, प्रतिमा बंजारे, गामेंद्र नेताम, फिरोज अंसारी, गणेश पवार, शकील रिजवी, सचिन तुरहाते, अवधेश प्रजापति, तुलदास साहू,शुभम लालवानी, राजू खान, इशाक खान,पूर्णिमा नागदेव, रीना पटेल, विलियम बसोड़, राजबहादुर मिश्रा, अब्बास खान, मोहन साहू,प्रशांत गुप्ता, मानव देशमुख, मुजीब अहमद, रईस अहमद गोरी, मोहसिन कुरैशी,रहीम मेमन सहित बड़ी संख्या के कॉंग्रेस जन उपस्थित थे। धरना सभा का संचालन शहर कांग्रेस सचिव सूर्यकांत जैन व आभार जिला महामंत्री पंकज बांधव ने किया।
सादर प्रकाशनार्थ
रुपेश दुबे
प्रवक्ता
जिला कांग्रेस कमेटी राजनांदगांव