छत्तीसगढ़

पत्रकारिता के इतिहास में 26 सितम्बर 2020 एक काले दिन के रूप में याद किया जाएगा

 पत्रकारिता के इतिहास में 26 सितम्बर 2020 एक काले दिन के रूप में याद किया जाएगा

हमलावर कांग्रेसियों पर हो कड़ी कार्यवही

15 साल बाद सत्ता में आई कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में  सत्ता का नशा इस कदर चढा हुआ है कि   नगर पालिका के खिलाफ समाचार छापने से बौखलाए पालिका के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ठाकुर और कांग्रेस के पार्षदो ने  पत्रकार सतीश यादव के साथ बुरी तरह मारपीट की (जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल है) इस घटना के बाद पत्रकार थाना परिसर में इक्कठा हुए थे जहां कांग्रेस के गुंडों ने पत्रकारो को गोली मारने की धमकी दी , जैसे तैसे पत्रकार थाना परिसर से बाहर आये और घर लौट रहे थे तभी गणेश तिवारी (राट्रीय प्रवक्ता मजदूर कांग्रेस ), गफ्फार मेमन  (विधायक प्रतिनिधि) ,शादाब खान (कांग्रेसी पार्षद) ने वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला पर जानलेवा हमला किया जिसमें कमल शुक्ला गम्भीर रूप से घायल हुए ( पूरी घटना का वीडियो उपलब्ध है ) कांग्रेस के प्रवक्ता शैलेन्द्र नितिन त्रिवेदी जी और कांग्रेस की जिला अध्यक्ष शुभद्रा सलाम जी कांकेर प्रेस क्लब आपसे यह सवाल करता है क्या जितेंद्र सिंह ठाकुर , गफ्फार मेमन कांग्रेस के सदस्य नही है, सतीश यादव से मारपीट करने वाले वीडियो में दिख रहे मकबूल खान, सतीश दीपक, जितेंद्र सिंह ठाकुर, शादाब खान को क्या कांग्रेस ने निष्कासित कर दिया है। पूरी घटना के बाद एक ऑडियो भी वायरल हुआ है जिसमे हमला करने वाला मजदूर कांग्रेस का राष्ट्रीय प्रवक्ता  गणेश तिवारी बड़े बड़े कांग्रेसी नेताओं का नाम ले रहा है और उनके संरक्षण में हमले की बात स्वीकार कर रहा है, कांकेर के कलेक्टर और एसपी के भी संरक्षण की बात भी इस आडियो क्लिप में है। दो पत्रकारो पर कांग्रेसियो के द्वारा किये गए हमले की कांकेर प्रेस क्लब कड़े शब्दों में निंदा करता है और प्रदेश सरकार को यह चेतावनी  देता  है कि पत्रकारों पर हमला करने वाले कांग्रेसियो को 1 अक्टूबर के पहले पार्टी से निष्कासित करते हुए मामले की न्यायायिक जांच की घोषणा करें और कांकेर कलेक्टर और एसपी को कांकेर से तत्काल प्रभाव से हटाया जाए, अन्यथा 2 अक्टूबर को सीएम निवास के सामने प्रदेश भर के पत्रकार धरने पर बैठेंगे। कांकेर प्रेस क्लब प्रदेश भर के पत्रकार साथियो से निवेदन करता है जब तक कांग्रेस की सरकार दोषी कांग्रेसियो को पार्टी से निष्कासित कर पत्रकारों पर हुए हमले की  न्यायायिक जांच की घोषणा नही करती और कलेक्टर एसपी को कांकेर से नही हटा देती, कांग्रेस और प्रदेश सरकार के सम्पूर्ण समाचारो का बहिष्कार कर सम्मान की इस लड़ाई में कांकेर प्रेस क्लब का साथ देवें ।

Related Articles

Back to top button