छत्तीसगढ़

सामाजिक दूरी का पालन करते हुए परिवार की एकता और अखंडता को प्रदर्शित करते हुए संयुक्त रूप से श्रीमद् भागवत महापुराण का आयोजन

।। दान सतर्क होकर करें ।।

।। पंडित पुरुषोत्तम तिवारी 

समीपस्थ ग्राम पंचायत रापा के आश्रित ग्राम पीपरमाटी में पुरुषोत्तम मास (मल मास) के पावन सानिध्य में पीपरमाटी निवासी संतोष चंद्रसेन, भूरवा राम चंद्रसेन, जलेश्वर चंद्रसेन, रामेश्वर चंद्रसेन, छन्नू चंद्रसेन एवं मन्नू चंद्रसेन सभी भाइयों ने मिलकर पुरुषोत्तम मास के महत्व को फ़लित करने के लिए कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण काल में भी अपने आस्था के फल स्वरुप सेनीटाइजर मास्क का प्रयोग करते हुए साथ ही साथ सामाजिक दूरी का पालन करते हुए परिवार की एकता और अखंडता को प्रदर्शित करते हुए संयुक्त रूप से श्रीमद् भागवत महापुराण का आयोजन अपने घर परिवार में किए हैं।
जिसके व्यास पीठ पर श्री पुरुषोत्तम तिवारी रुसे, मानस भागवताचार्य आचार्य श्री परस तिवारी रुसे एवं यजमान श्री संतोष चंद्रसेन श्रीमती कलिंदरी चंद्रसेन पिपरमाटी है। इस आयोजन में मास्क एवं सैनिटाइजर का अधिकाधिक प्रयोग हो रहा है। साथ ही साथ आयोजन कर्ताओं के द्वारा सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान भी रखा जा रहा है, एवं कम से कम परिवारजनों, समाजजनों, एवं इष्ट मित्रों को निमंत्रण देकर भी एक अच्छा धार्मिक आयोजन किया गया है। श्रीमद्भागवत महापुराण के सप्तम दिवस में भागवत आचार्य श्री पुरुषोत्तम तिवारी जी ने दान के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि हमें दान बहुत ही सावधानी एवं अपनी क्षमता के अनुसार सतर्क होकर करना चाहिए। अन्यथा वही दान हमारे लिए अभिशाप भी बन सकता है, जैसे श्रीमद्भागवत महापुराण में कथा आती है राजा नृप का । उन्होंने एक ही गाय को दो बार ब्राह्मणों को दान दिया जिस पर ब्राह्मणों में मतभेद हो गया और वहीं ब्राम्हण राजा नृप को, जो अनगिनत करोड़ों गायो की दान दे चुके थे । उन्हें दान में सतर्क नहीं होने के कारण गिरगिट बनना पड़ा । लेकिन राजा नृप चुकी महान धर्मात्मा थे इसलिए भगवान कृष्ण के बगीचे के कुआं में ही गिरगिट बना कुछ क्षणों के पश्चात ही वह अपने मूल स्वरूप में आकर सीधे यमराज के धर्म सभा में पहुंचकर अनंत काल तक सुख भोगा। इस आयोजन में रात्रिकालीन श्री राम नाम संकीर्तन में रुचि रखने वाले टोली में से ग्राम रापा, पीपरमाटी, भगतपुर, धनेली, कोलेगाव, घोरपेंड्री, खेलटोकरी, नवापारा एवं मोहतरा, से श्रद्धालुगण आकर के मास्क एवं सेनेटाइजर का प्रयोग करते हुए, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए, साथ ही साथ कोरोना वायरस के संक्रमण में आवश्यक सावधानी जो शासन प्रशासन द्वारा दिया गया है उस सावधानी का पालन करते हुए भजन संकीर्तन कर रहे हैं। श्री संतोष चंद्रसेन एवं पांच भाइयों के द्वारा इस धार्मिक आयोजन से ग्राम पीपरमाटी एवं आसपास में धार्मिक वातावरण बना हुआ है।।

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