जेल से लौटकर आया कुर्रे छापने लगा था स्टॉप एनआईए की गिरफ्त मे
जेल से लौटकर आया कुर्रे छापने लगा था स्टॉप एनआईए की गिरफ्त मे
अजय शर्मा जिला रिपोर्टर
बिलासपुर नकली नोट छापने और जलन में लाने के आरोप में एनआईए द्वारा गिरफ्तार ज्ञानदास कुर्रे चर्चित घोटालेबाज अब्दुल करीम तेलगी की तर्ज पर फर्जीवाड़ा कर रहा था जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम सिमरिया निवासी कुर्रे इससे पहले तीन बार गिरफ्तार हो चुका है 2 साल पहले तीसरी गिरफ्तारी के दौरान बलौदा बाजार जेल में आईडी akt में बंद डोमन मेरी से उसकी मुलाकात हुई इसके बाद दोनों ने स्टांप छापने का प्लान बनाया। ज्ञान दास और दो मन की जेल में मुलाकात भी कम रोचक नहीं है ज्ञानदास ने सुधरने के बजाय नकली नोट से एक कदम आगे बहुत बढ़ते हुए तेलगी की तर्ज पर नकली स्टांप छापने की योजना बना डाली उसने आईटी एक्ट के तहत जेल में बंद डोमन को अपने साथ मिला लिया जेल से छूटने के बाद दोनों डोमन के बलौदा बाजार भाटापारा जिले के गांव खोखली गए वहां दिलीप महिलांगे को भी अपने साथ कर लिया स्टांप छापने के पेपर मशीन व स्याही की व्यवस्था की फिर तो तीनों मिलकर नकली नोट के साथ ही स्टांप भी छापने लगे नकली नोट चलाने के दौरान स्टॉप बेचने की संभावना में तलाश रहे थे ज्ञानदास नकली नोट चलाने की कोशिश में पुलिस के हत्थे चढ़ गया। ऐसे हुआ मामले का खुलासा जांजगीर-चांपा जिले के प्रभारी एसपी मधुलिका सिंह ने बताया कि हसौद थाना क्षेत्र के नरियारा बाजार चौक पर कुछ लोगों द्वारा नकली नोट चलाने की सूचना तत्कालीन थाना प्रभारी देवेश राठौर को मिली थी सूचना पर पुलिस ने बिर्रा थाना क्षेत्र के किकिरदा निवासी देवेंद्र चंद्रा कर ही निवासी मनोज साहू को हिरासत में लेकर पूछताछ की पुलिस ने देवेंद्र के पास से 100 और ₹500 के 3600 रुपए के 2400, नकली नोट बरामद किए उन्हें नकली नोट सेमरी आदिवासी ज्ञानदास कुर्रे और गिधौरी थाना क्षेत्र के ग्राम तुंद्रा निवासी रोहित भारद्वाज से मिले थे।