छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

अवैध होर्डिंग्स रोकने निगम ने निकाला नया तरीका

अनुमति के हिसाब से इसकी पहचान कर अब होगी नंबरिंग, चिपकाया जायेगा स्टीकर

भिलाई। इन दिनों नगर निगम क्षेत्र में अवैध होर्डिँग्स की भरमार आ गई है । इसके कारण दुर्घटनाए भी बढती जा रही है । होर्र्डिँस एजेंसी वाले पांच का परमीशन लेकर 8 से 10 होर्डिँग्स बना लेते है । नगर निगम आयुक्त एस के सुंदरानी अब इस मामले में सख्त हो गये है। इससे निजात पाने के लिए उन्होंने नया तरीका निकाला है। अब विज्ञापन वाले होर्डिँग्स में नंबरिक वाला स्टीकर चिपकाया जायेगा और जिस होर्डिँग्स में यह स्टीकर नही रहेगा उसे अवैध मानकर निगम हटा देगी।

एस के सुंनदरानी ने बताया कि नगर निगम, भिलाई क्षेत्र में स्थापित विज्ञापन बोर्ड की पहचान अब नम्बरिंग के आधार पर की जायेगी। बोर्ड पर स्टीकर चिपकाया जायेगा जो वैधता की पहचान होगी, और सर्वे पश्चात् अवैध विज्ञापन बोर्ड को हटाने की कार्यवाही की जायेगी।

निगम आयुक्त एस0के0 सुंदरानी के निर्देश पर राजस्व अधिकारी अशोक द्विवेदी ने राजस्व अमले की बैठक लेकर निर्देशित किया है कि निगम क्षेत्र के सभी जोन में मुख्य सडक़ के साथ ही शहर की व्यस्तम अन्य सडक़ों के किनारे लगाये गये विज्ञापन बोर्ड का सर्वे कार्य 30 मार्च से प्रारम्भ होगा जो विज्ञापन बोर्ड अथवा विज्ञापन एजेंसी निगम में पंजीकृत हैं और नियमानुसार देय राशि का भुगतान प्रतिवर्ष कर रहें हैं ऐसे विज्ञापन बोर्डो की पहचान विभाग में उपलब्ध सूची के आधार पर जोन का राजस्व अमला सर्वे कर विज्ञापन बोर्ड पर नम्बरिंग का स्टीकर चस्पा करेंगे। साथ ही जो बोर्ड अनाधिकृत रुप से स्थापित किये गये हैं उन्हे अवैध मानकर विभाग द्वारा उनके विज्ञापन एजेंसी को नोटिस जारी किया जाकर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। श्री द्विवेदी ने बताया कि नेहरु नगर से खुर्सीपार तिराहा तक जीई रोड के दोनों ओर घड़ी चौक से रुंगटा कालेज, अवंती बाई चौक से जुनवानी डीपीएस, रिसाली आजाद मार्केट चौक से पटवारी कार्यालय तक, जवाहर नगर पेट्रोल पम्प से काली बाड़ी चौक एमआर-20 तक, रेलवे क्रासिंग नेहरु नगर से केपीएस चौक तक, सुंदर नगर में गौरव पथ रोड में छावनी चौक तक आदि स्थानों पर विभिन्न एजेंसी के 474 विज्ञापन बोर्ड स्थापित है वहीं 321 ट्यूब्र्लर पोल में विज्ञापन बोर्ड लगाये गये हैं, तथा 15 नग युनीपोल स्थापित है उसी प्रकार 106 स्थानों पर छत के उपर विज्ञापन बोर्ड स्थापित की अनुमति प्रदान की गई है जिसका सर्वे प्रारम्भ किया गया है। उन्होने आगे कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र को पत्र लिखा गया है कि उनके क्षेत्र में स्थापित विज्ञापन बोर्ड की जानकारी उपलब्ध करायें, ताकि शहर में स्थापित वैध एवं अवैध विज्ञापन बोर्ड की स्थिति स्पष्ट हो सके।

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