आंगनबाडी केन्द्रों का संचालन 7 सितम्बर से
आंगनबाडी केन्द्रों का संचालन 7 सितम्बर से
काँकेर – राज्य शासन द्वारा दिये गये निर्देषानुसार जिले में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के आंगनबाड़ी केन्द्रां का संचालन सोमवार 7 सितम्बर से किया जायेगा। आंगनबाड़ी केन्द्रों में तीन से छः वर्ष के बच्चों एवं गर्भवती माताओं तथा मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के हितग्राहियों को नास्ता एवं गर्म भोजन प्रदाय किये जायेंगे। दोपहर का पोषण आहार गरम भोजन के रूप में दिया जायेगा। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के कंटेन्मेंट जोन में आने वाले आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन नहीं किया जायेगा। प्रत्येक हितग्राही को भवन में प्रवेष करने के पूर्व साबून से हाथ धूलाई, सेनेटाईज किया जायेगा, जिनको सर्दी, खांसी, बुखार या अन्य बीमारी परिलक्षित हो तो उनका भवन में प्रवेष वर्जित होगा। भोजन पकाने के बर्तनों को उपयुक्त क्लिनिग पावडर एवं गरम पानी से सा्फ सफाई तथा भोजन परोसते समय थाली में उपलब्धता के अनुसार केला पत्ता या पत्तल रखा जायेगा।
हितग्राही को अलग-अलग समूह में अलग-अलग समय पर बुलाया जायेगा ताकि सामाजिक दुरी बनाई जा सकें। एक समय में 15 से अधिक व्यक्ति भवन में नहीं रहेंगे। आगामी 6 सितम्बर तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को बच्चों के पालकों के साथ बैठक करने अथवा गृह भेट कर इस संबंध में उनकी सहमति प्राप्त करने तथा कुपोषण से बचाव हेतु उठाये गये कदमों की जानकारी देने कहा गया है। आंगनबाड़ी केन्द्र को गरम भोजन के लिए खोले जाने हेतु कोटवार के माध्यम से मुनादी कराने के निर्देष भी दिये गये हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका प्रातः 10 बजे आंगनबाड़ी केन्द्र उपस्थित होकर नास्ता एवं गरम भोजन बनाने की तैयारी करेंगे और 12 बजे तक बच्चों को एवं 01 बजे तक गर्भवती व एनीमिक माताओं को भोजन कराया जायेगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को विषेषरूप से निर्देषित किया गया है कि किसी भी स्थिति में में माताओं एवं बच्चों को एक साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों में एक ही समय में न बुलाया जाये तथा इस दौरान शालापूर्व षिक्षा की गतिविधियां संचालित न किया जावे। उन्हे कोविड-19 के दिषा निर्देषो का पालन करने तथा कोरोना से बचाव के समस्त सावधानियां एवं निर्देषों का पालन करते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन करने के लिए निर्देषित किया गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों की साफ-सफाई फिनाइल, ब्लीचिंग पाउडर से की जायेगी, इसके लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों में उपलब्ध अन्य आकस्मिक व्यय मद में उपलब्ध राषि का उपयोग किया जा सकता है।