हाईस्कूल के प्राचार्य ने एसडीएम को क्वारेंटाइन सेंटर तत्काल हटाने की मांग की ।
हाईस्कूल के प्राचार्य ने एसडीएम को क्वारेंटाइन सेंटर तत्काल हटाने की मांग की ।
क्वारेंटाइन सेंटर नही हटी तो बोर्ड परीक्षा से वंचित होंगे बच्चे।
पखांजुर:-
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला के प्राचार्य अनिल ब्राह्मणे ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ( एसडीएम ) को अपने शिक्षण संस्थान से क्वारेंटाइन सेंटर को तत्काल हटाये जाने के संबध में एक आवेदन पत्र दिया । जिसमे प्राचार्य ब्राह्मणे ने कहा कि संस्थान को प्रवासी मजदूरो के लिए कवारेंटाइन सेंटर बनाया गया। प्रवासी मजदूरों के लिए शासकीय प्राथमिक शाला छोटे कापसी को पहले कवारेंटाइन सेंटर बनाया गया लेकिन अचानक ही प्राचार्य व अन्य स्टाफों को बगैर जानकारी व सूचना के विधालय के अंदर मजदूरों को रखा गया है। जिसके कारण छात्र -छात्राओं के सत्र -2020-2021 में व्यावधान उत्पन्न हो रहा। प्रवेश फार्म भरने की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2020 को है। माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर में विधार्थियो की परीक्षा प्रविष्टि आँन लाइन प्रक्रीया से पूरी की जानी है। स्कुल के अन्य दस्तावेजो , कार्य को करने के लिए बाधा आ रही है। माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर के प्रवेशित छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन नही किये जाने से विधार्थी परीक्षा से वंचित हो जाएंगे उनका भविष्य अधर में लटक जायेगा जिसकी संपूर्ण जबावदारी प्रशासन की होगी । बता दे कि – मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में कोयलीबेड़ा ब्लॉक अंतर्गत प्रशासन का एक मात्र क्वारेंटाइन सेंटर पखांजुर सत्यानंद स्कूल में संचालित की जा रही है ऐसे में बाहरी मजदूरों को होम कवारेंटीन में रखने का आदेश जारी है लेकिन पंचायत द्वारा कवारेंटीन सेंटर चलाया जाना समझ से परे है। लगातार कवारेंटाइन सेंटरो में भ्रस्टाचार की मलय वाला फर्जी बिल लगाने जैसे खबर सुर्खिया बटोर रहे है सोसल मीडिया में टमाटर को लेकर जिला प्रशासन की जमकर किरकिरी हो रही है। कवारेंटीन में रह रहे युवक अमृत द्वारा लगातार व्हाट्सअप ग्रुप में कापसी सेंटर की अव्यवस्था को लेकर टिप्पणी की जा रही है इसके बाद भी व्यवस्था सुधारने के दिशा में कोई प्रयास नही किया जा रहा। ग्रामीण शंकर पोद्दार, ललित विश्वास , राजेश साहा कमलेश केदावत ने कहा कि हाईस्कूल से कवारेंटीन किये गए युवकों को तत्काल हटाया जाना चाहिए उन्हें ब्लाक के सरकारी कवारेंटाइन सेंटर में भेजा जाना चाहिए अन्यथा बच्चे परीक्षा से वंचित हो जाएंगे इसकी जबाबदारी ग्राम पंचायत की होगी।
सुत्रो के हवालों से खबर है कि ग्राम पंचायत महिला वार्ड पंच के पति द्वारा संस्थान ने किसी स्टॉफ से स्कूल की चाबी मांगी गई थी उस दौरान शिक्षक किसी जरूरी काम से कापसी बाजार गए हुए थे शिक्षक के घर वालो से महिला वार्ड पंच के पति ने स्कूल की चाबी देने की मांग की तो शिक्षक के घर वालो ने उन्हें थोड़ी देर प्रतीक्षा करने को बोले कि अभी पहुचते ही होंगे उनके अनुमति के बगैर हम चाबी नही दे पाएंगे आप थोड़ी देर प्रतीक्षा करे। इसी बीच वार्ड पंच का पति वहां से निकल कर बिना अनुमति स्कूल का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश कर गया ।