नए रोपित पौधों की सुरक्षा एवं देखरेख के संबंध में वनविभाग के उदासीनता के कारण, पौधे हो रहे हैं नष्ट

जिला- गौरेला पेंण्ड्रा मरवाही छत्तीसगढ़
नए रोपित पौधों की सुरक्षा एवं देखरेख के संबंध में वनविभाग के उदासीनता के कारण, पौधे हो रहे हैं नष्ट
छत्तीसगढ़ के जिला गौरेला पेंण्ड्रा मरवाही के ग्राम धरहर के गूजर नाला के पास लगे नए रोपित पौधो को अब मवेशियों के हवाले कर दिया गया है,
ग्राम धरहर के ग्रामीणों से जानकारी मिली कि, यहां नए रोपित पौधों के सुरक्षा के लिए बनाए गये सुरक्षा घेरे बाउन्ड्री के अन्दर ले जाकर, चरवाहों द्वारा मवेशियों को चरने के लिए छोड़ दिया जाता हैं,
जिस कारण बाउन्ड्री के अंदर लगे नए रोपित पौधों को, मवेशियों द्वारा चराई कर नुकसान पहुँचाया जा रहा हैं,
एक तरफ सरकार करोड़ों रुपए खर्च करके पौधा रोपण करवा रही जबकि पौधों को बचाने के लिए चारों तरफ सुरक्षा घेरा भी बनाया गया है, लेकिन वनविभाग के देखरेख एवं पौधों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम के अभाव में,
नए रोपित पेड़ पौधें अपने मूल अस्तित्व में आने से पहले ही, मवेशियों की चराई के कारण खत्म हो रहे हैं,
मवेशियों की चराई के कारण नए रोपित पौधों को तो नुकसान हो ही रहा है, लेकिन साथ ही, वहाँ आसपास के किसानों के खेतों में लगे फसलों को भी, मवेशियों द्वारा चरकर नुकसान पहुँचाया जा रहा है,
यहां पौधों की देखरेख के लिए रखे गए चौकीदार कभी – कभार आ भी जाते हैं तो, चरवाहों द्वारा चौकीदार को ही उल्टा जवाब दे दिया जाता हैं, चरवाहों द्वारा कहा जाता है कि, मवेशी हैं तो कहाँ ले जाकर चरायें,
चौकीदार के साथ साथ यहाँ के स्थानीय किसान भी, चरवाहों के गैर-जिम्मेदाराना कार्य से बहुत परेशान है,
अब देखना यह होगा कि पौधों को बचाने के लिए, वनविभाग के उच्च आला अधिकारी अपनी गहरी नींद से कितने दिनों में जागते है और पौधों की सुरक्षा के लिए कब तक में ठोस कदम उठाते हैं या फिर सभी पौधों के पूरी तरह से नष्ट हो जाने के बाद, अपने बचाव में बचकाना बयान देकर, इस मामले से भी पल्ला झाड़ लेंगे ।