#SarkarOnIBC24: किताब में ‘कृष्ण-राम’ पर संग्राम! आखिर इस पर क्यों गरमाई सियासत? देखें वीडियो

भोपाल: मध्यप्रदेश में सरकार के एक फैसले पर घमासान मच गया है। दरअसल एमपी सरकार ने स्कूली किताबों में राम-कृष्ण के पाठ रखने का फैसला किया है। इस पर बीजेपी का कहना है कि सनातन संस्कृति को शिक्षा में शामिल करने से नई पीढ़ी, श्री कृष्ण भगवान श्री राम के आदर्शो पर आगे बढ़ेगी, तो इधर कांग्रेस ने कहा है कि राम और कृष्ण तो इस देश के कण-कण में है। बीजेपी केवल सिसायत के लिए ऐसा कर रही है।
MP के स्कूल और कॉलेज में अब राम और कृष्ण के पाठ पढ़ाए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के इस ऐलान के बाद एमपी का सियासी पारा हाई हो गया है। इसके अलावा सरकार की योजनाये भी है कि रामपथ गमन और श्री कृष्ण पथ गमन इन स्थलों को विशेष तौर पर विकसित कर तीर्थ स्थल बनाया जाए। इन सभी फैसलों का जिक्र बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में किया था। जिस पर अब वो आगे बढ़ रही है। बीजेपी ने अब मध्यप्रदेश में सनातन संस्कृति को भी शिक्षा में शामिल करने की बात कही है।
तो वहीं कांग्रेस इसे केवल बीजेपी की राजनीति का हिस्सा बता रही है। कांग्रेस कह रही है कि इस देश के रोम रोम में राम और कृष्ण का अंश है, लेकिन राम औऱ कृष्ण की आड़ में बीजेपी पाठ्यक्रम में अपने नेताओं के पन्ने जुड़वाना चाह रही है। कांग्रेस का आरोप है कि कि भाजपा शिक्षा का भगवा करण करना चाह रही है।
Read More: शनिवार को बन रहा है विशेष योग, इन राशि वालों को नई नौकरी के साथ होगा अपार धन लाभ…
इधर संत समाज ने सीएम के फैसले पर खुशी जताई है तो दूसरी तरफ दिग्विजय सिंह दूसरे धर्मों के महापुरुषों को भी पाठ्यक्रम में जोड़ने की वकालत कर रहे हैं, तो कुल मिलाकर एक बार फिर से एमपी में राम और कृष्ण पर सियासत शुरू हो गई है। बीजेपी राम औऱ कृष्ण पाठ के जरिए अपने संकल्प पत्र को पूरा करने की बात रह रही है तो कांग्रेस पार्टी इसे कोरी सियासत करार दे रही है।