छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

एसएमएस तीन के स्लैग-बे हेतु ऑक्सीजन टैपिंग का किया प्रावधान

भिलाई। वर्तमान में एसएमएस-3 व एमआरडी ऑक्सीजन लाइन के अपर्याप्त दबाव की समस्या से जूझ रहा था। एसएमएस-3 के स्लैग यार्ड में की जा रही ऑक्सीजन आपूर्ति में पर्याप्त दबाव न मिलने के कारण एसएमएस-3 का निष्पादन निरंतर प्रभावित हो रहा था। विदित हो कि एसएमएस-3 के स्लैग-बे में मेटल जाम होने पर उसकी कटिंग तथा एमआरडी को भेजे जाने वाले मेटल स्क्रैप की कटिंग हेतु ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाती है। इसके दबाव में कमी आने पर यह कार्य प्रभावित होता था।

इस समस्या को दूर करने के लिए पीएलईएम से अनुरोध किया गया था कि वे एक अतिरिक्त ऑक्सीजन पाइप लाइन की व्यवस्था करें। इस हेतु लैडल-बे में पूर्व से ही स्थित ऑक्सीजन पाइप लाइन से अतिरिक्त लाइन बिछाने का निर्णय लिया गया। पीएलईएम विभाग ने संयंत्र के ऑक्सीजन नेटवर्क का अध्ययन कर यह निर्णय लिया कि एसएमएस-3 के कास्टर-बे में आए हुए मेन सर्विस ऑक्सीजन हेडर जहाँ दबाव 17 किलोग्राम/स्क्वेयर सेंटीमीटर प्राप्त होता है। इस हेडर से टैपिंग कर अतिरिक्त ऑक्सीजन लाइन प्रदान करने का निर्णय लिया गया। तदानुसार इसकी योजना व रणनीति को अंजाम दिया गया।

24 घंटे में एमएसडीएस-5 व एसएमएस-3 का शटडाउन लिया जा रहा था। इस शटडाउन अवधि का लाभ उठाते हुए टीम यूटिलिटीज अर्थात् पीएलईएम व ऑक्सीजन प्लांट की टीम ने इस कार्य को करने का बीड़ा उठाया। जिससे इस कार्य के लिए अलग से शटडाउन लेने की आवश्यकता न पड़े। इस हेतु इस टीम ने 150 मिमी डाया के हेडर को काटकर इसे खोल दिया और यहाँ पर टी ज्वाइंट के साथ 80 मिमी डाया का आइसोलेशन वाल्व स्थापित किया। यह सुविधा निकट भविष्य में आवश्यक दबाव प्रदान करने के साथ ही बड़े जाम को आसानी से काटने में मदद करेगा। इस पूर्ण कार्य को मुख्य महाप्रबंधक यूटिलिटीज़ ए के मंडल के मार्गदर्शन तथा महाप्रबंधक पीएलईएम एस जी पिल्ले व महाप्रबंधक ओपी-2  जी एस सोरटे के समन्वयन में सफलतापूर्वक स पन्न किया गया।

यह महत्वपूर्ण कार्य पीएलईएम के वरिष्ठ प्रबंधक एस देशपांडे के देखरेख में उनकी समर्पित टीम ने पूर्ण किया। इस टीम में शामिल हैं सहायक प्रबंधक द्वय के के कन्नौजे एवं पी सी वर्मा, चार्जमैन सर्वश्री विवेकानंद सूर, माधव राव, सरोज कुमार राठौर, आर रेजी कुमार, अखिल मिश्रा, इन्द्रपाल यादव, शेख महमूद, बी एस जी हजारे तथा वरिष्ठ तकनीशियन श्री अरूण कुमार प्रसाद, ऑपरेटर श्री खेत्रो, तकनीशियन सर्वश्री जी के शर्मा, मुर्मू, देवनारायण यादव, ओसीटी श्री खरे आदि।

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