पालकों से फीस के लिए किया जा रहा है, दुव्र्यवहार
जागृति स्कूल की शिकायत पहुंची कलेक्टोरेट
पालकों से फीस के लिए किया जा रहा है, दुव्र्यवहार
नही दिया जा रहा है मांगने पर भी टीसी
भिलाई। छावनी क्षेत्र के निजी स्कूल के पालक आज कलेक्टोरेट पहुंचकर एडीएम प्रकाश सर्वे को एक ज्ञापन सौंपकर मांग किये कि जागृति विद्यालय द्वारा पालकों से जो फीस वसूली की मांग की जा रही है, उसपर इस वर्ष रोक लगाई जाये। चूंकि ग्राम छावनी में स्थित इस विद्यालय में जो कि नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक संचालित है, यहां श्रमिक तबके के ही लोगों के बच्चें पढाई करते है। लॉकडाउन अवधि में पढाई नही होने के बावजूद भी पालकों को फीस देने के लिए स्कूल प्रबंधन परेशान कर रहा है। प्रवेश शुल्क, कक्षोन्नति शुल्क और एक साल का मासिक शुल्क भी एक साथ वसूल किया जा रहा है, स्कूल के प्राचार्य से फीस की जानकारी मांगने पर पालकों से दुव्र्यवहार किया जा रहा है। फीस जमा नही करने पर आनलाईन क्लास में भी शामिल नही किया जा रहा है। जो पालक फीस जमा कर रहे हैँ, उनको कच्ची रसीद दी जा रही है साथ ही आनलाईन पढाई के दौरान बच्चों को पुरानी पुस्तकें एवं फीस जमा कराने में असक्षम गरीब पालकों द्वारा स्कूल से बच्चों को टीसी मांगने पर भी नही दिया जा रहा है।पालकों ने यह भी मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाये, साथ ही पालकों से वसूली जा रही भारी भरकम फीस से मुक्ति दिलाई जाये। कई पालकों ने यह भी बताया कि हम लोग स्लम एरिया में रहते हैं। हमारे पास एन्ड्रायट मोबाईल नही है, की पैड मोबाईल हम लोग यूज करते है, बमुश्किल उसमें पचास रूपये का रिचार्ज करा पाते है, जबकि एन्ड्रायड फोन में नेट चलाने और बच्चों को आनलाईन क्लास के लिए ढाई सौ से पांच सौ रूपये रिचार्ज कराना पड़ता है, आज हर पालक सक्षम नही है, लॉकडाउन के कारण हम लोगों की स्थिति ऐसे ही खराब है, उपर से जागृति स्कूल वाले अलग परेशान कर रहे है।