छत्तीसगढ़

नियमों को ताक में रखकर प्लेसमेंट कर्मचारी से ना सिर्फ बाबू का काम लिया जा रहा है बल्कि निर्माण कार्यों की फाइल में उनका हस्ताक्षर दौड़ाया जा रहा है।

प्लेसमेंट कर्मचारी बना प्रभारी

 

देवेन्द्र गोरले

डोंगरगढ़- धर्मनगरी डोंगरगढ़ की नगर पालिका में शासन के सभी नियमों को ताक में रखकर प्लेसमेंट कर्मचारी से ना सिर्फ बाबू का काम लिया जा रहा है बल्कि निर्माण कार्यों की फाइल में उनका हस्ताक्षर दौड़ाया जा रहा है।


सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर पालिका परिषद डोंगरगढ़ में प्लेसमेंट कर्मचारी काफी समय से लोक निर्माण विभाग की फाइलों को इस टेबल से उस टेबल तक पहुंचा रहे हैं बल्कि फाइलों में हस्ताक्षर भी कर रहे हैं और ठेकेदारों से कमीशन लेकर बिल निकाल रहे हैं।
हैरानी की बात तो यह है कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी व इंजीनियर भी इस बात पर कोई आपत्ति दर्ज नहीं कर रहे हैं और शासन के नियमों का उल्लंघन करते हुए गठबंधन की सरकार चला रहे हैं क्योंकि उन्हें भी अपनी कमीशन से मतलब है।
यदि उक्त कर्मचारी के नियुक्ति के दस्तावेजों की सूक्ष्मता से जांच की जाये और निर्माण कार्यों की फाइलों की जांच की जाये तो इस बात प्रमाण मिल सकता है।
कुल मिलाकर इन दिनों नगर पालिका डोंगरगढ़ में अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है, क्योंकि नगर पालिका अब भ्रष्टाचार का केन्द्र बनती जा रही है जहां पर दाम करे काम।

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