कोरोना की वजह से स्वतंत्रता दिवस की रौनक फ़िकी, आराम फरमा रहे शिक्षक
केशकाल। कोरोना संक्रमंण फैलने के खतरे से बचने बचाने के लिए सावधानी के सांथ मनाये गये स्वतंत्रता दिवस की रौनक अन्य वर्षों की अपेक्षा फिका फिका रहा। शालेय बच्चों को आयोजन में शामिल न करने की हिदायत से बच्चों में मायूसी दिखी वंही इसका लाभ उठाते बड़ी संख्या में शाला के स्टाफ एवं शिक्षक भी शाला से लापता रहे। शासकिय हाईस्कूल कोहकामेटा के प्राचार्य शोभाराम सिन्हा से शिक्षकों के उपस्थिति के बारे में जानकारी लिया गया तो उन्होंने बताया कि लोकेश गायकवाड़ बहुत दिनों से शाला नहीं आ रहे हैं। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा केशकाल ब्वाय हास्टल के क्वारंटाईन सेंटर प्रभारी बनाये गये लोकेश गायकवाड़ ने न ही आदेश लिया और न ही आदेश का पालन किया। बल्कि बगैर अवकाश एवं सक्षम अधिकारी के अनुमति लिए मुख्यालय से गायब हो गये। लोकेश गायकवाड़ खुद तो गये तो गये अपने सांथ में जामगांव हाईस्कूल में पदस्थ अपनी पत्नी कामिनी गायकवाड़ को मुख्यालय छोडाकर ले गये और पिछले लंबे समय से रायपुर में आराम फरमा रहे हैं। इसी तरह से और कयी शिक्षक कोरोना के बहाने बगैर अनुमति या अवकाश लिए लंबे समय से मुख्यालय छोड़कर अपने गांव घर में आराम फरमा रहे हैं। कोरोना के नाम पर अनेकों अनेक कर्मचारियों अधिकारियों को अपना घर परिवार सुख आराम छोड़कर जान जोखिम में डालकर योद्धा की भांति लोगों को बचाने दिन रात काम करना पड़ रहा हैं अनेकों अनेक ऐसे भी सरकारी नुमाइंदे है जो कोरोना संक्रमंण को गोल्डन चांस मानते हुए काम धाम मुख्यालय छोड़कर बगैर काम के हजारों हज़ारों रूपया का तनख्वाह का लाभ अर्जित किया जा रहा है।