औरंगाबाद: कुचले गए प्रवासियों ने हफ्ते भर पहले MP सरकार से मांगे थे पास, नहीं मिला तो ट्रैक पर चले पैदल । Migrant Workers Run over by Train Applied for Transit Passes Week Ago, Decided to Walk After No Response From MP Govt | maharashtra – News in Hindi


8 मई, 2020 को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में कई प्रवासी मजदूरों के एक ट्रेन से कुचल जाने के बाद रेलवे ट्रैक का निरीक्षण करते पुलिस अधिकारी (Reuters)
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) जा रहे 16 कामगार, शुक्रवार की सुबह औरंगाबाद के रेलवे ट्रैक (Railway Track) पर तब ट्रेन से कुचलकर मर गए, जब वे आराम करने के लिए वहां रुके हुए थे.
16 कामगार, शुक्रवार की सुबह औरंगाबाद के रेलवे ट्रैक (Railway Track) पर तब ट्रेन से कुचलकर मर गए, जब वे आराम करने के लिए रेलवे ट्रैक पर रुके हुए थे. वे जालना (Jalna) से औरंगाबाद तक 45 किमी की यात्रा तय कर चुके थे और और ट्रेन पकड़ने की उम्मीद में 120 किमी और पैदल चलकर भुसावल जा रहे थे.
ई-पास की मांग की थी लेकिन नहीं मिली कोई जानकारी
इस दुर्घटना में बचे तीन मजदूरों में से एक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि उनके घर पर कुछ काम था और उनका पूरा परिवार घर पर ही था इसलिए वे मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में अपने घर पहुंचने के लिए और इंतजार नहीं कर सकते थे.सिंह, जो कि राज्य के उमरिया जिले के ममान गांव से आते हैं, उन्होंने बताया, “हमने ई-पास (e-pass) के लिए मध्यप्रदेश प्रशासन के पास हफ्ते भर पहले अर्जी दी थी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.”
सवेरे 5 बजकर 15 मिनट पर एक मालगाड़ी के नीचे कुचल गए थे मजदूर
सिंह इस हादसे में बच गए क्योंकि वे बाकी के समूह से थोड़ी दूरी पर चल रहे थे, जो रेल ट्रैक पर आराम करने के लिए बैठा था और फिर थोड़ी देर में सो गया. वे सभी सवेरे 5 बजकर 15 मिनट पर एक गुजरती मालगाड़ी (goods train) के नीचे रौंद दिए गए.
उनकी चप्पलें और अन्य निजी सामान पटरियों (Railway Tracks) पर बिखरा हुआ है. यहां तक कि मजदूरों की अपनी यात्रा के लिए लाई गईं रोटियां भी ट्रैक पर बिखरी पड़ी थीं.
शहडोल और उमरिया जिले के हैं मारे गए मजदूर
सिंह ने बताया कि उन्होंने और उनके साथ बचे दो अन्य लोगों ने तेज आ रही ट्रेन के सामने ट्रैक पर सो रहे अपने समूह के सदस्यों को जगाने के लिए पागलों की तरह आवाज लगाई लेकिन उन्होंने कुछ नहीं सुना.
जो लोग मारे गए हैं, उनमें से 12 मजदूर आदिवासी बहुल (tribal-dominated) शहडोल जिले से हैं, जबकि बाकी पास के ही उमरिया जिले के थे. एक मजदूर इस दुर्घटना में घायल हुआ है. ये सभी जालना की एक लोहा फैक्ट्री में काम करते थे.
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First published: May 8, 2020, 5:42 PM IST