परलकोट के किसान उन्नत कृषि और बकरी पालन मे भी आगे
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परलकोट के किसान उन्नत कृषि और बकरी पालन मे भी आगे
जमुनापरी नस्ल के बकरा से चार मित्र की आय मे हुई वृद्धि
कांकेर परलकोट क्षेत्र के कृषक एवं पषुपालक सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत आर्थिक रूप से समृद्ध हो रहे है। उन्होंने धान मक्का, गेहूॅ की खेती, दुग्ध उत्पादन, बकरी पालन, मुर्गी पालन, तीतर, बटेर पालन के साथ-साथ लोग अब बढ़चढ़ कर बकरी पालन में भी रूचि दिखाकर आर्थिक लाभ में वृद्धि कर रहें हैं। विकासखण्ड कोयलीबेड़ा के परलकोट क्षेत्र के चार मित्रों ने उन्नत नस्ल के जमुनापरी बकरी पालन कर अच्छी आय कमा रहें हैं।
विकासखण्ड कोयलीबेड़ा के पीव्ही 42 विद्यानगर के चार मित्र विषु मंडल, रतुल बाला, संतोष गाइन और अमूल्य विष्वास जिन्होंने अपनी आय को दुगुना करने के लिए फसल उत्पादन के साथ-साथ बकरी पालन का व्यवसाय में भी रूचि रख रहे हैं, इनके पास लगभग पांच सौ बकरी हैं, जिनका बाजार मूल्य लगभग तीन से चार लाख रूपये है। चारों मित्र ने प्रतिदिन सभी का बकरी एक साथ चराने के लिए जंगल लेकर जाते हैं और घर वापसी के समय जिनका बकरी है वे अपने-अपने मालिक के साथ अलग हो जाते हैं, अमूल्य विष्वास ने बताया कि बकरी पालन एक अच्छा व्यवसाय है, इससे अच्छी आमदनी प्राप्त होती है। यह रोजगार का बहुत ही अच्छा जरिया है, इस व्यवसाय को कम पैसे से चालू किया जा सकता है, शुरूआत में दो बकरी खरीद लो फिर कुछ महीने बाद इनके एक साथ दो-तीन बच्चे आना चालू हो जाते हैं। हम लोग घर के काम काज को करने के बाद प्रतिदिन बकरी चराने जंगल ले जाते हैं, समय कैसे व्यतित होता है पता नही चलता। बकरी पालन सिर्फ रोजगार ही नहीं, बल्कि बकरी घर में पालने से कई प्रकार के बीमारी भी ठीक हो जाती है।