छत्तीसगढ़

मटियाडांड, सचराटोला और नाका में गोधन न्याय योजना शुरू

 

चंद्रसेन पाटस्कर
*मटियाडांड, सचराटोला और नाका में गोधन न्याय योजना शुरू*

*ग्रामीणों के लिए गौठान बन रहे आजीविका केन्द्र*

*पशुपालन को लेकर ग्रामीणों में दिखा उत्साह*

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 29 जुलाई 2020/कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में जिले के विभिन्न ग्रामों में निर्मित गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर की खरीदी की शुरूआत की जा रही है। इसी क्रम में आज जिले के ग्राम मटियाडांड, सचराटोला और नाका गौठान में गोधन न्याय योजना की शुरूआत 2 रूपए किलो की दर से गोबर खरीद कर की गई। गौठानों में ग्रामीणों द्वारा गोबर विक्रय के साथ ही अन्य आयमूलक गतिविधियों का संचालन भी किया जा रहा है। गौठान ग्रामीणों के लिए आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित होने लगे हैं। गोधन न्याय योजना शुरू होने से किसानों एवं पशुपालकों में उत्साह है।
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के गौठानों में गोधन न्याय योजना की शुरूआत चरणबद्ध रूप से की जा रही है। प्रथम चरण में इस योजना का शुभारंभ होने के बाद द्वितीय चरण में शेष गौठानों में भी इसकी तैयारी कर ली गई है। गौठानों में क्रय किए गए गोबर से वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार की जाएगी, जिसका उपयोग रासायनिक खादों के बदले किसान कर सकेंगे। इससे रासायनिक खादों पर निर्भरता घटेगी। भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी और फसल उत्पादन बेहतर होगा। सचराटोला गौठान में आज लगभग 4 क्विंटल गोबर क्रय किया गया। उद्यानिकी विभाग द्वारा इस अवसर पर ग्रामीणों एवं किसानों को फलदार पौधों का वितरण, पशु चिकित्सा विभाग द्वारा हरा चारा उगाने के लिए किसानों को मक्का एवं बाजरा के बीज तथा कृषि विभाग द्वारा रागी, कोदो, कुटकी का बीज वितरण करने के साथ ही वर्मी बेड भी प्रदाय किया गया। आयुर्वेद विभाग द्वारा इम्यूनिटी बढ़ाने के उद्देश्य से 55 लोगों को काढ़ा पिलाया गया। मटियाडांड, एवं नाका गौठान में भी गोबर की खरीदी कर गोधन न्याय योजना का शुभारंभ किया गया। यहां भी कृषि विभाग द्वारा बीज, उद्यानिकी द्वारा फलदार पौधों का वितरण एवं पशु चिकित्सा विभाग द्वारा हरा चारा के लिए मक्का एवं बाजरा के बीज का वितरण किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को आयुर्वेद विभाग द्वारा इम्यूनिटी काढ़ा पिलाया गया।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को शेष गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी की शुरूआत किए जाने का कार्यक्रम तय करने तथा गौठानों का नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी ग्रामीणों को देने तथा पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।

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