छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

संयंत्र प्रबंधन ने वीडियो काँफ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड से बचाव पर किया गम्भीर चिंतन

भिलाई। भिलाई इस्पात प्रबंधन कोविड-19 के रोकथाम हेतु प्रारंभ से ही सचेत रहा है। यही वजह है कि बीएसपी प्रबंधन कोविड-19 के रोकथाम हेतु नित-नए प्रयासों को अंजाम दे रहा है। समय के साथ कोरोना से बचाव हेतु आने वाले विभिन्न दिशा-निर्देशों के अनुपालन में संयंत्र प्रबंधन ने गम्भीरता दिखाई है। प्रयासों के इसी कड़ी में प्रतिदिन होने वाले वीडियो काँफ्रेंसिंग में, आज हुए वीडियो काँफ्रेंसिंग में सिर्फ कोविड-19 से बचाव के विभिन्न उपायों पर सारगर्भित चर्चा करने के साथ ही वीडियो काँफ्रेंसिंग से जुड़े संयंत्र बिरादरी की शंका का भी समुचित समाधान किया गया।

उल्लेखनीय है कि कार्मिकों के नियमित वेतन भत्तों के नियमित भुगतान के लिए संयंत्र में उत्पादन जारी रखना आवश्यक है। आज आर्थिक सम्बलता के बल पर ही कार्मिक अपने पारिवारिक जिम्मेदारी से लेकर स्वास्थ्य संबंधित जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकेंगे। हमें कोरोना से बचना भी है उत्पादन करना भी है। इसी महती उद्देश्य को दृष्टिगत रखते हुए आज कोविड पर विस्तृत चर्चा की गई। संयंत्र के निदेशक प्रभारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ एस के इस्सर के वक्तव्य से प्रारंभ किए गए वीडियो काँफ्रेंसिंग में कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन  एस के दुबे, कार्यपालक निदेशक वक्र्स बी पी सिंह सहित संयंत्र के मुख्य महाप्रबंधकगण, विभागाध्यक्ष, ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं कोविड के विभागीय नोडल ऑफिसर जुड़े रहे। डॉ इस्सर ने संयंत्र प्रबंधन द्वारा कोरोना से बचाव हेतु बड़े पैमाने पर की गई तैयारियों का जिक्र किया। एम एंड एचएस के संयुक्त निदेशक डॉ प्रमोद विनायके ने कोविड-19 के संदर्भ में बेहद ज्ञानवर्धक और विस्तृत जानकारी प्रदान की।

ज्ञानवर्धक और विस्तृत जानकारी से परिपूर्ण रही वीसी

इस गम्भीर चर्चा में यह बताया गया कि कोविड-19 से प्रत्येक को एक जैसा खतरा नहीं है। सबसे अधिक इसमें खतरा बुजुर्गों व बीमार व्यक्तियों को है इससे बचने हेतु इन वर्गों को विशेष रूप से सावधानी बरतना होगा। इस चर्चा में मास्क का सही ढंग से लगाने से लेकर इसके उचित निपटान के तरीके पर प्रामाणिक जानकारी प्रदान किया गया। कोरोना के विभिन्न लक्षणों जैसे बुखार, खाँसी, नाक बहना, स्वाद में बदलाव आदि की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही ट्रायजिंग, ट्रेनिंग, सैनिटाइजेशन, कोरोना जाँच के प्रकार, नोडल ऑफिसर्स का प्रशिक्षण, कोरोना टेस्टिंग के प्रकार, शासन द्वारा की गई व्यवस्था, रिस्क फैक्टर, आईसीएमआर गाईड लाईन, प्रायमरी कांटेक्ट व सेकंडरी कांटेक्ट की जानकारी, आइसोलेशन व क्वॉरेंटाइन की जानकारी, बीएसपी की मॉनिटरिंग पद्धति, इम्युनिटि बढ़ाने के विभिन्न उपाय, संयंत्र प्रबंधन द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों की सारगर्भित जानकारियाँ प्रदान की गई।

कोरोना के बचाव के साथ उत्पादन भी है, जरूरी

कार्मिकों के हित में कोरोना से बचाव के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं इसके साथ ही उत्पादन जारी रखकर कार्मिकों के वेतन भत्तों की व्यवस्था की जा रही है। इस प्रकार सेल-बीएसपी प्रबंधन द्वारा कोरोना के संकटकाल में भी कार्मिकों के स्वास्थ्य रक्षा के साथ ही उन्हे आर्थिक संकट से बचाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इस विस्तृत जानकारी को अग्रिम पंक्ति के कार्मिकों व अधिकारियों के साथ-साथ ठेका श्रमिकों तक पहुँचाना होगा। जिससे लोगों को कोरोना से डरने के बजाय लडऩे की क्षमता पैदा हो। सही जानकारी मिलने से ही जहाँ कार्मिकों का मनोबल ऊँचा होगा, वहीं दिग्भ्रमित करने वालों से सावधान हो सकेगा।

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