हाईकोर्ट के आदेशानुसार इस बार भी हुआ है भिलाई निगम के वार्डोँ का परिसीमन
बीजेपी के पूर्व पार्षद एवं कार्यकर्ता अपना हित के लिए कर रहे हैं उलूल जलूल बयानबाजी-सिद्दिकी
भिलाई। हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायरकर्ता अली हुसैन सिद्दीकी नगर पालिक निगम भिलाई के वार्ड परिसीमन के खिलाफ 2014 से लड़ाई लड़ रहे हैं। 2014 के परिसीमन पर दावा आपत्ति भी किया, सुनवाई नही होने पर हाई कोर्ट में जनहित याचिका सन 2015 में दायर किया था की वार्डो की जनसंख्या समानुपात में हो लेकिन बीजेपी की सरकार ने और जिला प्रशासन ने अपना-अपना जवाब प्रस्तुत नही की जिससे हाई कोर्ट में समय बीतता गया और आचार संहिता लागू हो गया और दिसंबर सन 2015 में चुनाव भी हो गया उसके बाद कई कई बार चक्कर काटने के बाद 2017 में हमारे पक्ष में निर्णय आया की नियमानुसार समय समय मे परिवर्तित नियम अधिनियम का पालन करते हुऐ वार्डो का परिसीमन किया जाए। इस निर्णय के पहले ही बीजेपी की रमन सरकार ने 25 नवंबर 2014 को अधिनियम के नियम में संशोधन करते हुए,सभी वार्डो में समनानुपत में 15 प्रतिशत कम या ज्यादा के नियम को विलोपित कर ,सभी वार्डो की जनसंख्या यथासाध्य जितना सम्भव हो एक समान रूप से कर दिया! जिस कारण 2014 में और अब 2020 में जितना सम्भव है उतना समनानुपत में परिसीमन किया गया है जिस प्रकार 2014 में वार्ड 1 जुनवानी,वार्ड 8 फरीद नगर और वार्ड 60 रिसाली का परिसीमन किया गया था,उसी प्रकार अब 2020 में परिसीमन किया गया है लेकिन कुछ बीजेपी के पूर्व पार्षद और कार्यकर्ता छटपटा रहे है और उल झलूल बयानबाजी कर रहे है कि परिसीमन गलत हुआ है उन्हें सही परिसीमन से लेना देना नही है वो सिर्फ अपने वार्ड को अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित होता देख विचलिय हो गए है और जबरन ही महापौर, राजस्व प्रभारी और राजस्व अधिकारी के ऊपर अपनी झल्लाहट उतार रहे है जिसमे सबसे पहला नाम संजय दानी जी है जिन्हें ये भी पता नही है कि वार्डो का परिसीमन जनसंख्या के हिसाब से होता है न कि मतदाता संख्या के हिसाब से होता हैं और जनगणना ब्लाक के हिसाब से होता है न कि मतदाता बूथ के लेकिन उनको कौन समझाए क्यों कि वो तो वरिष्ट पार्षद और नेता प्रतिपक्ष रह चुके है लेकिन उन्हें नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 की धाराओं का अवलोकन करना चाहिए लेकिन उन्हें तो अपने क्षेत्र को हॉस्पिटल सेक्टर 9 से अलग करना है क्यों कि हास्पिटल सेक्टर 9 अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हो जाएगा इस लिये वह अब जागे है उनके कहे अनुसार हास्पिटल सेक्टर 9 स्टिल सिटी का क्षेत्र और हुडको सेक्टर निगम का क्षेत्र है लेकिन उनको पता होना चाहिए कि सभी 70 वार्ड नगर निगम भिलाई का क्षेत्र है टेक्स कहीं भी दो वो निगम को ही प्राप्त होगा ,जब समय दिया गया था जिला प्रशासन के तरफ से दावा आपत्ति का तब वो और उनके साथी बीजेपी के नेता गहरी चिरनिंद्रा में थे क्या? इस डर से भयभीत होकर की उनका वार्ड आरक्षित हो रहा है अब पूर्व बीजेपी पार्षद आर. जे.सिंह और बीजेपी के कार्यकर्ता मदन सेन,भागचंद जैन,जयप्रकाश यादव और राजकुमार गुप्ता व अन्य बीजेपी के नेता व कार्यकर्ता भी विचलित हो गए है और निगम प्रशासन और जिला प्रशासन के खिलाफ गलत बयानबाजी कर रहे है !