छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

पांच अगस्त तक पशुपालकों के खाते में जमा करें विक्रय किये गए गोबर की राशि

धमधा में गोधन न्याय योजना की कलेक्टर ने की समीक्षा

दुर्ग। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना पर अमल आरंभ हो गया है। योजना का लाभ त्वरित हो और अधिकाधिक लोगों तक पहुंचे। इसके लिए पुख्ता सिस्टम बनाने कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने निर्देश दिए। कलेक्टर आज धमधा ब्लाक के दौरे में पहुंचे और वहां अधिकारियों से पूछा कि अब तक गोधन न्याय योजना के अंतर्गत किस तरह का जमीनी कार्य हुआ। अधिकारियों ने बताया कि सभी गौठानों में गोबर का क्रय आरंभ हो गया है। किसानों को मुनादी के माध्यम से प्रोत्साहित किया जा रहा है कि गोबर बेचें। पहाटिया लोग गौठानों में गोबर का संग्रहण कर रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि गोबर खरीदी के साथ ही इसके भुगतान की व्यवस्था भी मुकम्मल करें। पांच अगस्त तक की अवधि में अब तक क्रय किये गए गोबर की राशि किसानों के खाते में आ जाना चाहिए।

कलेक्टर ने बैठक में कहा कि किसान अपनी सुविधानुसार गोबर का विक्रय करने के लिए आ सकते हैं। किसान चाहें तो प्रतिदिन या अपनी सुविधानुसार एक से अधिक दिन का गोबर संग्रह कर भी निर्धारित समय पर 9 से 12 बजे तक गोबर विक्रय कर सकते हैं। कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों से कहा है कि विकासखंड में स्थित सभी गौठानो में अनिवार्यता गोबर का क्रय होना चाहिए।

कलेक्टर ने गौठानो में गोबर का क्रय करने के साथ ही इसकी कम्पोस्टिंग का कार्य भी साथ-साथ करने कहा। इसके साथ ही उन्होंने पर्याप्त संख्या वर्मी कंपोस्ट टैंक की व्यवस्था करने के साथ ही स्वसहायता समूहों को प्रशिक्षण देने और समिति द्वारा बराबर गौठानो को निरीक्षण करते रहने भी कहा। अभी जिन ग्राम पंचायतों में गौठान निर्माण कार्य चल रहा है इसे एक सप्ताह के भीतर पूर्ण कर गोधन न्याय योजना का क्रियान्वयन करने कहा गया। इसके साथ ही गौठानो में मूल जरूरत के आवश्यक संसाधन  जैसे वर्मी बेड्स, शेड्स, नाली,सोलर पम्प की व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा।

कलेक्टर ने कहा कि गोधन न्याय योजना किसानों और पशुपालकों के लिए अतिरिक्त आय का जरिया तो बनेगी ही, इस दिशा में अधिक कार्य कर वे काफी लाभ भी कमा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में गौठान समिति की बड़ी भूमिका हो सकती है। गौठान समितियां गांव में पशुधन के आंकलन के अनुसार विक्रय के लिए आने वाले गोबर की मात्रा का अनुमान लगाए। इस तरह अनुमानित मात्रा के अनुरूप लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में काम करें।

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