UP Live News: आगरा में 7 और नए मामले सामने आए, संक्रमित मरीजों की संख्या 823 हुई- UP Live News: UP Deputy CM Questions Rajasthan CM Gehlot on 1000 buses for migrant laborers issue uttar pradesh latest breaking news live updates lucknow everything here lucknow kanpur varanasi meerut allahabad news upas | kanpur – News in Hindi

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में चार और प्रवासी मजदूर कोविड-19 से संक्रमित पाये गए जिससे जिले में कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या बुधवार को बढ़कर आठ हो गई. अतिरिक्त जिलाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि उन्हें 83 नमूनों की जांच रिपोर्ट मिली थी जिसमें चार व्यक्तियों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई और बाकी की रिपोर्ट निगेटिव आयी है.उन्होंने कहा कि ये सभी चार व्यक्ति प्रवासी मजदूर हैं जो महाराष्ट्र से आये थे. तीन व्यक्ति बुढाना के एक क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए थे जबकि एक व्यक्ति जिले के चरथावाल में एक सेंटर में था.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार कोरोना संकट के साथ मजदूरों की घर पहुंचने की व्याकुलता को भी अपने राजनीतिक स्वार्थ साधन के लिए इस्तेमाल करने में संकोच नहीं कर रही है. अखिलेश ने एक बयान में कहा कि प्रदेश में दिन-रात श्रमिकों की दुर्दशा की दर्दनाक कहानी सुनकर दिल दहल जाता है. रोज ही वे दुर्घटनाओं के शिकार होकर जानें गंवा रहे हैं.इस सबसे उदासीन भाजपा सरकार ने सभी मानवीय मूल्यों को रौंद दिया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए एक नई स्टार्टअप नीति प्रदेश में बने जिससे प्रदेश का युवा जुड़ सके और रोजगार की संभावनाओं को बल मिल सके. इसी क्रम में प्रदेश सरकार और सिडबी (Small Industries Development Bank of India)के बीच सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये, जिसमें उत्तर प्रदेश स्टार्टअप फंड के लिए सिडबी को 15 करोड़ रुपये की पहली किस्त सौंपी गई.
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बुधवार को आरोप लगाया कि इस कठिन समय में कांग्रेस जिस तरह की राजनीति कर रही है, ऐसा कभी किसी बड़े राजनीतिक दल ने नहीं किया. लोकभवन में पत्रकारों से बात करते हुए शर्मा ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी के पास कोई बसें नहीं हैं. यह सारी बसें राजस्थान सरकार की हैं, जब कांग्रेस द्वारा दी गयी बसों की सूची का विश्लेषण किया गया तो पाया गया कि करीब 260 बसें फर्जी हैं. ऐसे कठिन समय में किसी भी बड़े राजनीतिक दल ने ऐसी राजनीति नही की.
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा, ‘पहले उन्होंने बसों की सूची दी, ये बसें राजस्थान सरकार की थीं, इनमें से करीब आधी 460 बसें फर्जी पायी गयीं, करीब 297 बसें कबाड़ मिलीं जो सड़कों पर चलने लायक नहीं थीं. क्या हम अनफिट बसों को सड़क पर चलाकर प्रवासी मजदूरों की जिंदगी खतरे में डाल दें? सूची में 98 तीन पहिया वाहन, कार और एंबुलेंस के नंबर पाये गये. जबकि 68 वाहनों के कागज सही नही पाये गये।’ शर्मा ने सवाल उठाया कि आखिर किसी प्रदेश सरकार की संपत्ति को कोई राजनीतिक दल कैसे इस्तेमाल कर सकता है.