मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने कांकेर जिले में किया ‘‘गोधन न्याय योजना’’ का शुभारंभ
कांकेर
मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने कांकेर जिले में किया
‘‘गोधन न्याय योजना’’ का शुभारंभ
‘गोधन न्याय योजना’ से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी-प्रभारी मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार
वर्ष 2023 तक छत्तीसगढ़ राज्य के प्रत्येक गांव के प्रत्येक घर में दिया जाएगा निःशुल्क नल कनेक्शन
कांकेर – प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री तथा कांकेर जिले के प्रभारी मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने हरेली तिहार के पर्व पर चारामा विकासखण्ड के ग्राम खैरखेड़ा के गौठान में कृषि उपकरणों की पूजा अर्चना के पश्चात् पॉच पशुपालकों से गोबर क्रय कर ‘‘गोधन न्याय योजना’’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना के क्रियान्वयन से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। गांव में रहने वाले किसान, मजदूर सभी के पास गौधन रहता है। गोबर को गौठान में 02 रूपये प्रति किलो में खरीदा जाएगा, जिसे वर्मी कम्पोस्ट बनाकर 08 रूपये प्रति किलो में विक्रय किया जाएगा। इस व्यवस्था से महिलाओं और बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। गोबर से बने वर्मी कम्पोस्ट को खेत में डाला जाएगा, जिससे उत्पादन अच्छा होगा और खेती किसानी में फायदा होगा।
प्रभारी मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के हित में लगातार कार्य कर रही है। लोगों को गांव में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने तथा खेती किसानी एवं ग्रामोद्योग के माध्यम से ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा ‘‘गोधन न्याय योजना’’ की शुरूआत की गई है। उन्होंने कहा कि इस योजना से गरीब, किसान, मजदूर सभी को सम्बल मिलेगा। गांव में अधिकांश लोग गाय, बैल, भैंस पालते हैं, उसके गोबर को 02 रूपये में खरीदा जाएगा तथा उसे वर्मी कम्पोस्ट बनाकर 08 रूपये किलो में बेचा जाएगा। प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री तथा कांकेर जिले के प्रभारी मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने कहा कि वर्ष 2023 तक छत्तीसगढ़ के सभी 20 हजार गांवों के 4 लाख 19 हजार परिवारों के प्रत्येक घर में मुफ्त में एक नल कनेक्शन प्रदाय किया जाएगा। उन्होंने ईमलीपारा प्राथमिक विद्यालय के लिए भवन बनाने तथा खैरखेड़ा गांव से गौठान तक पहुंच मार्ग का निर्माण कराने और गौठान के चारो ओर तार फेंसिंग कराने की घोषणा भी किया।
‘‘गोधन न्याय योजना’’ के शुभारंभ अवसर पर आयोजित समारोह को जिला पंचायत अध्यक्ष हेमंत ध्रुव, उपाध्यक्ष हेमनारायण गजबल्ला, पीयुष कोसरे और श्रीमती सुभद्रा सलाम ने भी संबोधित किया तथा कहा कि ‘‘गोधन न्याय योजना’’ के शुरू होने से किसान, मजदूर, चरवाहा हर वर्ग को आय का जरिया प्राप्त होगा। गोबर से बने वर्मी कम्पोस्ट से फसल उत्पादन में वृद्धि होगी और किसानों को अपने गांव के गौठान से जैविक खाद की आपूर्ति सुनिश्चित होगी और इससे रासायनिक खाद पर निर्भरता कम होगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों के हित में लगातार कार्य किया जा रहा है। किसानों के कर्ज माफ किये गये, 25 सौ रूपये में धान की खरीदी की गई। ‘‘गोधन न्याय योजना’’ से गांव में रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यहां की संस्कृति, परंपरा, तीज-त्यौहार को संरक्षण प्रदान करने का कार्य भी किया जा रहा है, जो प्रशंसनीय है। कलेक्टर के.एल. चौहान और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे ने कहा कि कांकेर जिले में प्रथम एवं द्वितीय चरण में निर्मित सभी 197 गौठानों में हरेली पर्व से ‘‘गोधन न्याय योजना’’ को शुरू किया गया है, जिसे क्रमशः बढ़ाकर सभी 454 ग्राम पंचायतों में प्रारंभ किया जाएगा।
‘‘गोधन न्याय योजना’’ के शुभारंभ अवसर पर गौठान में उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा फलदार एवं छाया पौधों का रोपण किया गया, गर्भवती माताओं को मुनगा पौधा एवं किसानों को कृषि उपकरण का वितरण किया गया। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक एम.आर. अहिरे, वन मण्डलाधिकारी अरविन्द
पी.एम., एसडीएम चारामा एस.के. वैद्य, जिला पंचायत सदस्य लवली (मीना) मण्डावी, जनपद अध्यक्ष चारामा अरूण मरकाम, बसंत यादव, नरेन्द्र यादव, ठाकुर राम कश्यप, पुरूषोत्तम गजेन्द्र, खैरखेड़ा के सरपंच श्रीमती हेमलता जुर्री, गौठान समिति के अध्यक्ष सगतराम जुर्री सहित ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इस अवसर पर कृषि, उद्यानिकी, महिला एवं बाल विकास, रेशम विभाग और बिहान के महिला स्व-सहायता समूह द्वारा विभागीय योजना एवं गतिविधियों से संबंधित प्रदर्शनी भी लगाई गई।
बकरी व मुर्गी पालन कार्य का प्रभारी मंत्री ने किया अवलोकन
प्रभारी मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार द्वारा खैरखेड़ा गौठान में ग्रामीणों द्वारा पारंपरिक रूप से बकरी पालन व मुर्गी पालन का कार्य अवलोकन भी किया गया। उल्लेखनीय है कि ग्रामीणों द्वारा बांस एवं लकड़ी से शेड बनाकर बकरी एवं मुर्गी पालन का कार्य किया जा रहा है, इसके अलावा बीज बैंक बनाया गया है साथ ही वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया जा रहा है और गौठान क्षेत्र में बत्तख पालन, कड़कनाथ मुर्गी पालन और मछली पालन का कार्य भी किया जा रहा है।