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विधायक श्री मोहन मरकाम और श्री चंदन कश्यप ने किया गोधन न्याय योजना का शुभारंभ

विधायक श्री मोहन मरकाम और श्री चंदन कश्यप ने किया गोधन न्याय योजना का शुभारंभ
गांवों के विकास से ही देश का विकास संभव – विधायक श्री मरकाम
मनकी बाई से गोबर खरीदी कर जिले में हुई खरीदी की शुरूआत
नारायणपुर, 20 जुलाई 2020-कोण्डागांव विधायक श्री मोहन मरकाम और क्षेत्रीय विधायक एवं अध्यक्ष हस्तशिल्प विकास बोर्ड श्री चंदन कश्यप ने भाटपाल गौठान में हरेली त्यौहार पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम पर गोधन तथा कृषि यंत्रों की पूजा-अर्चना कर गोधन न्याय योजना की शुरुआत की।
इस अवसर पर विधायक श्री मोहन मरकाम ने नये साल के पहले त्यौहार की बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि देश की आत्मा गांवों में बसती है। गांवों के विकास से ही देश का विकास संभव है। इसी परिकल्पना को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं, और किसानों के हितों के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित हैं। यहां के 78 प्रतिशत लोग कृषि एवं कृषि आधारित उद्योगों पर आश्रित हैं। विधायक श्री मरकाम ने कहा कि गोधन न्याय योजना से पशुपालकों की आय में वृद्धि तो होगी ही, पशुधन की खुली चराई पर भी रोक लगेगी। जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा मिलने से रासायनिक खाद के उपयोग में कमी आएगी। जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आयेगा। गोधन न्याय योजना के शुभारंभ अवसर पर भाटपाल की श्रीमती मनकी बाई से गोबर खरीदी कर खरीदी की शुरूआत की गयी और उसके क्रय पत्रक में एंट्री की गयी। कार्यक्रम में अतिथियों ने समूह की महिलाओं को क्रय पत्रक का भी वितरण किया। 
विधायक श्री चंदन कश्यप ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पुर्नजीवित करने के लिए पहले ही लागू की जा चुकी सुराजी गांव योजना के तहत नरवा-गरवा-घुरवा और बाड़ी कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। गोधन न्याय योजना इनमें से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि पहले लोग परम्परागत खेती में गोबर खाद का ही उपयोग करते थे। लेकिन रसायनिक खाद के अधिक उपयोग ने कृषि की लागत को अधिक कर दिया है। वहीं रसायनिक खाद भूमि को बंजर भी करती जा रही है। किसान पुत्र मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना को लागू कर किसानों को परम्परागत खेती से जोड़ने का सराहनीय काम किया है। इससे निश्चित ही किसानों के उपज में वृद्धि होगी। इसके साथ ही पालतू मवेशी जो इधर-उधर घूमते से उस पर अंकुश लगेगा। 
कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने कहा कि गोधन न्याय योजना शासन की महत्वकांक्षी योजना है। हरेली पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किसानों को यह योजना भेंट के रूप में दी है। गोधन न्याय योजना का शुभारंभ जिले के 33 गौठानों में आज किया गया है। उन्होंने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि किसानों और पशुपालकों से गोठान समितियों द्वारा 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी की जाएगी, जिससे महिला स्व सहायता समूहों द्वारा वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जाएगा। तैयार वर्मी कंपोस्ट को 8 रुपए प्रति किलो की दर से सरकार द्वारा खरीदा जाएगा। खरीदे गए गोबर से अन्य सामग्री भी तैयार की जाएंगी। गोबर का क्रय गौठान समितियों के माध्यम से ऐसे स्व-सहायता समूहों को चिन्हांकित कर किया जायेगा जो इस कार्य को मन लगाकर करेंगे। गोबर की बिक्री करने वाले प्रत्येक पशुपालक का कार्ड बनाया जायेगा और कार्ड में तिथिवार बिक्री की प्रविष्टि की जायेगी। पशुपालकों को गोबर बिक्री की राशि (परिवहन व्यय सहित) 2 रुपये प्रति किलो के अनुसार 15 दिनों के भीतर उनके खाते में प्राप्त होगी।
 कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती श्यामबती नेताम, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री देवनाथ उसेण्डी, जनपद पंचायत नारायणपुर अध्यक्ष श्री पंडीराम वड्डे, संगठन पदाधिकारी श्री रजनू नेताम ने संबोधित किया और शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री राहुल देव, वनमंडलाधिकारी श्री डीकेएस चौहान, एसडीमए श्री दिनेश कुमार नाग, उपसंचालक कृषि श्री बघेल के अलावा नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री प्रमोद नेलवाल, सांसद प्रतिनिधी श्री अजय देशमुख, संरपंच श्री जगनूराम नाग के अलावा क्षेत्र के जनप्रतिनिधी, पंचायत पदाधिकारी एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। 

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