ग्राम पंचायतों को बनाया जाएगा कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त
ग्राम पंचायतों को बनाया जाएगा कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त
कांकेर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत जिले में विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही है, जिसके तहत् आंगनबाड़ी केन्द्रों के सभी कुपोषित बच्चों, गर्भवती माताओं एवं एनीमिक महिलाओं को पौष्टिक गर्म भोजन के साथ ही अंडा प्रदाय किया जा रहा है। इसके अलावा
कुपोषित बच्चों एवं शिशुवती व गर्भवती माताओं के घरों में मुनगा का पौधा भी दिया जा रहा है, ताकि वे उसके पत्तियों एवं फल की सब्जी का उपभोग कर सकें। कलेक्टर के.एल. चौहान की अध्यक्षता में आज जिला कार्यालय में स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास तथा कृषि व उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई, जिसमें कुपोषण एवं एनीमिया से मुक्ति के लिए अब तक किये गये प्रयासों की विस्तृत समीक्षा की गई। कलेक्टर चौहान ने अभियान चलाकर ग्राम पंचायतों को कुपोषण व एनीमिया मुक्त करने के लिए विशेष प्रयास करने हेतु विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारियों तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि कुपोषण मुक्त ग्राम पंचायत बनाने के लिए संबंधित क्षेत्र के एसडीएम के नेतृत्व में ग्राम पंचायतों में अभियान चलाया जाये, इसके लिए संबंधित गांव के ग्रामसभा की बैठक में चर्चा कर लोंगों को कुपोषण मुक्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जावे। कुपोषित बच्चां के घरों में मुनगा का पौधा लगाने तथा उद्यानिकी विभाग द्वारा सब्जी बीज का निःशुल्क वितरण करने के लिए भी कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया है। कुपोषित बच्चों के माताओं को सुपोषित भोजन के तत्व से अवगत कराने व समझाईश देने के निर्देश भी उनके द्वारा दिये गये हैं। समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले में कुपोषण दर में कमी आयी है, गत वर्ष कांकेर जिले में कुपोषण का दर 27 प्रतिशत था, जो अब घटकर 15 प्रतिशत हो गया है। इसी प्रकार एनीमिक महिलाओं की संख्या में भी कमी दर्ज की गई है। गौरतलब है कि 15 से 49 आयु वर्ग के महिलाओं को एनीमिया मुक्त करने के लिए जिले में लालिमा अभियान चलाये जा रहे हैं, जिसके तहत ऐसे महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर गंभीर एनीमिक पाये जाने पर उन्हें आवश्यक दवाईयां एवं चिकित्सा सलाह तथा पौष्टिक गर्म भोजन व अंडा दिया जा रहा है, साथ ही उन्हें खानपान के संबंध में समझाईश भी दिया जा रहा है।
कलेक्टर चौहान ने कुपोषण मुक्ति के लिए दीवार लेखन कराने तथा स्कूलों में प्रार्थना के समय विद्यार्थियों को सुपोषित भोजन के संबंध में जानकारी प्रदाय करने के निर्देश दिये हैं। एनीमिया प्रभावित महिलाओं को उपचार कार्ड प्रदान करने तथा हाट-बाजार क्लीनिक योजनांतर्गत कुष्ठ रोग, मलेरिया सहित अन्य गंभीर बीमारियों का भी स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार करने तथा बच्चों का टीकाकरण करने के लिए निर्देशित किया है। बैठक में कलेक्टर चौहान द्वारा आकांक्षी जिला से संबंधित गतिविधियों की भी समीक्षा की गई तथा अधिकारियें को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एल. उईके, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी सी.एस. मिश्रा, कृषि विभाग के उप संचालक एन.के. नागेश, सहायक संचालक उद्यानिकी व्ही.के. गौतम सहित सभी बीएमओ एवं परियोजना अधिकारी उपस्थित थे।