असिस्टेंट प्लाटून कमांडर बबलू सिंग चौहान सी ऐ एफ का कर्मचारी को आज स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना संदिग्ध पाए जाने पर एम्बुलेंस से पेंड्री स्थित चिकित्सालय राजनांदगाँव ले गई है
साल्हेवारा:-असिस्टेंट प्लाटून कमांडर बबलू सिंग चौहान सी ऐ एफ का कर्मचारी को आज स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना संदिग्ध पाए जाने पर एम्बुलेंस से पेंड्री स्थित चिकित्सालय राजनांदगाँव ले गई है।।
शुरू से ही इस अंचल में लगभग 1700 से ज्यादा प्रवासी आये क्वारनटाइन सेंटरो में रहे लेकिन सब कुछ ठीक रहा ये इस अंचल में पहला मामला है जिसे देख सुनकर इस क्षेत्र में हड़कम्प मचा हुवा है।यहां वर्तमान में थाना प्रभारी के रूप में प्रभार सम्हाले हुवे थानेदार अजित सिंग ने बताया कि हमे कोरोना पॉजिटिव की कोई जानकारी नही है न ही हमने रिपोर्ट देखी है बाहर से एम्बुलेंस व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आये और कोरोना संदिग्ध है बोलकर पेंड्री राजनांदगाँव ले गए है।
थाना प्रभारी अजित सिंह ने बताया कि जवान घोटा कैम्प से दो महीने पहिले ही आया था और साल्हेवारा थाना में ड्यूटी कर रहा था।। हम पुलिस वालों ने सभी को क्वारनटाइन कर लिया है थाना के अंदर बाहर प्रवेश वर्जित कर दिया गया है हम सभी लोग होम क्वारनटाइन हो गए है।प्रश्न यह भी है कि थाना के अंदर ही ट्यूशन क्लास चला करती थी पूर्व पदस्थ टी आई व्यास नारायण चुरेन्द्र ने अपने बच्चों की पढ़ाई हेतु उमा यादव मैडम को नियुक्त किया था जिसमे पुलिस लाइन के बच्चों के अतिरिक्त बाहर के बच्चे भी पढ़ने थाना परिसर में जाया करते थे।और आवागमन वही साइड में बने छोटे से गेट से सभी का हुवा करता था व इस जवान के बारे में ये भी जानकारी सूत्रों से मिली है कि इसकी नियमीत ड्यूटी चेक पोस्ट बैरियर में चल रही थी जहां मध्यप्रदेश व 36 गढ़ की सीमा में शिक्षक,स्वास्थ्यकर्मी, व पटवारी,कोटवार इस जवान के साथ चेक पोस्ट पर अपनी सेवाएं देते रहे है मतलब किसी न किसी प्रकार से इनके संपर्क में ये लोग भी रहे है जवान में लक्षणों के सम्बंध में ये भी बताया जा रहा है कि कोरोना बीमारी के घोषित लक्षणों में इसमे कोई लक्षण दिखाई नही दिए ऐसा जानकार नजदीक रहने वाले ड्यूटी करने वाले लोगो का कहना है।।
जहां जहां भी ये खबर वायरल हुई रामपुर,कोपरो,चोभर,भठली वहाँ लोगो मे चर्चाओं का बाजार गर्म है व भय व्याप्त है कि हमारे क्षेत्र में भी कोरोना की दखल हो गयी।कोपरो सरपँच श्री दिनेश बोरकर व जामगांव के एक पँचायत प्रतिनिधि का कहना था कि ऐसा सुनकर लग रहा है कि गांव में मुनादी करवा दिया जाए कि पँचायत का कोई भी ग्रामीण साल्हेवारा आना जाना न करे कोरोना को देखते हुवे।।