कवर्धा निर्मित राखियों की खरीदी बिक्री को प्राथमिकता दें – आकाश आहूजा
कवर्धा निर्मित राखियों की खरीदी बिक्री को प्राथमिकता दें – आकाश आहूजा
कवर्धा निर्मित राखियों को बाजार देने की योजना – कैट
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष आकाश आहूजा ने बताया कि कोरोना और चीन से चल रहे विवाद के बीच देश भर में अगले महीने अगस्त में राखी का त्यौहार आने वाला है। देश में राखियों का आयात चीन से लगभग 20 हजार करोड़ का होता था लेकिन इसका विकल्प देने के लिए लोकल स्तर में इन त्यौहारों से सम्बंधित भारतीय सामान बनाने वाले निर्माता, कारीगर, महिला उद्यमी, स्वसहायता समूह, स्वयं उद्यमी, स्टार्टअप को प्रेरित कर उन्हें बाजार उपलब्ध कराने के लिए कैट ने राष्ट्रव्यापी अभियान प्रारम्भ किया है ।
कवर्धा में भी चीनी राखियों का विकल्प देने के साथ साथ यहां के लोगो को रोजगार देने, कारीगरों को बाजार देने , ग्राहकों को मेड इन कवर्धा का प्रोडक्ट उपलब्ध कराने के लिए कैट राखी निर्माताओं और दुकानदारों के मध्य समन्वय करवाने की सार्थक पहल करेगा, कैट ने कवर्धा निर्मित वस्तुओं की खरीदी बिक्री के लिए दुकानदारों और ग्राहकों से अपील की है कि वे ज्यादा से ज्यादा अपने शहर में निर्मित समानो की खरीदी बिक्री करें ताकि स्थानीय लोगो को रोजगार के अवसर मिले जितनी ज्यादा लोकल उत्पाद को बढ़ावा मिलेगा उतना ही ज्यादा व्यापार बढ़ेगा ।
आकाश आहूजा ने बताया कि भले ही वर्तमान परिस्थितियों के बीच इस बार त्योहारों पर बाजारों में शायद वो गहमगहमी न दिखाई दे जो हर वर्ष दिखाई देती है किन्तु यह जरूर है की इस बार के सभी त्यौहार उमंग और उल्लास किन्तु सादगी के साथ मनाये जाएंगे जिसमें भारतीय संस्कृति, त्योहारों की पवित्रता एवं भारतीय सामान का ही उपयोग होगा जिसकी विशेष बात यह होगी की हर त्यौहार पूर्ण रूप से भारतीय त्यौहार होगा जिसमें चीनी सामान पूरी तरह से नदारद होंगे ।
देश के व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) जो इस समय देश भर में चीनी सामान के बहिष्कार के राष्ट्रीय अभियान की अगुवाई कर रहा है ने इस राखी के सीजन में लोकल निर्माताओं को , दुकानदारों को, और ग्रहको को आत्मनिर्भर भारत के लिए आगे आने की अपील की है साथ कैट के राष्ट्रव्यापी अभियान के दिशानिर्देश पर आगे आने वाले समय मे कवर्धा के निर्माताओं की क्षमता का पूरा उपयोग कैसे हो इसकी पूरी चिंता की जाएगी ।