जांजगीर एव रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र का राजनीतिक समीकरण
कोरबा लोकसभा के लिए चंद्रl समाज की मजबूत दावेदारी
कृष्णकांत चंद्रा को प्रत्याशी बनाए जाने पर सीट जीत सकती है भाजपा
कोरबा, जांजगीर एवं रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के संदर्भ में देखें तो पिछड़ावर्ग की लगभग 60 परसेंट आबादी है। रायगढ़ अनुसूचित जनजाति एवं जांजगीर अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित है । तीनो सीट की सीमाएं आपस मे मिली हुई हैं।
चन्द्रा कुर्मी पिछड़ावर्ग के अंतर्गत आने वाली ऐसी जाति है जो कोरबा, जांजगीर एवं रायगढ़ जिले में बड़ी संख्या में निवास करती हैं। बाहुल्यता के बावजूद चन्द्रा कुर्मी राजनीति के क्षेत्र में अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। पहले इस जाति का अधिकांश वोट भाजपा को जाता था। चन्द्रा कुर्मी 20 – 25 साल से अपने आप को भाजपा में उपेशित महसूस कर रहे हैं। भाजपा का यह वोट बैंक तेजी के साथ बसपा और कांग्रेस की तरफ खिसकते नजर आ रहा है। बसपा विधायक केशव चन्द्रा का बढ़ता जनाधार इसका उदाहरण है।
इन तीनो जिलों में जिन जिन विधानसभा क्षेत्रों में चन्द्रा कुर्मी की आबादी है वहां वहां पर बसपा मजबूत स्थिति में हैं। आरएसएस के मीसाबंदियों में छत्तीगढ़ में सर्वाधिक संख्या में चन्द्रा कुर्मी है। इसका मतलब साफ है कि किसी जमाने मे चन्द्रा कुर्मी मूलतः भाजपा का वोट बैंक थे। किंतु उपेक्षा के कारण यह वोटबैंक खिसक कर बसपा और कांग्रेस में जा रहा है।
जांजगीर एवं रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र आरक्षित सीट है। किंतु कोरबा सामान्य सीट है। भाजपा अगर कोरबा से चन्द्रा कुर्मी को अपना उम्मीदवार बनाती है तो उसका असर तीनो लोकसभा क्षेत्र पर पड़ेगा। भाजपा नेता कृष्ण कांत चन्द्रा कोरबा लोकसभा क्षेत्र से दावेदार है। वे पिछड़ावर्ग के सशक्त समुदाय चन्द्रा कुर्मी जाति को विलांग करते हैं। वे चन्द्रा कुर्मी जाति के दो बार प्रदेश अध्यक्ष रह चुके है और इस वर्ग में उनकी अच्छी प्रतिष्ठा है। पिछले दिनों चन्द्रा कुर्मी – सामाजिक संगठन की बैठक में सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि भाजपा नेता कृष्ण कांत चन्द्रा को अगर कोरबा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट मिलती है तो उन्हें चन्द्रा कुर्मी समाज की ओर से सपोर्ट किया जाएगा।
क्षेत्रीय समीकरण एवं भौगोलिक जुड़ाव
जांजगीर जिले के प्रत्येक गांव से दो चार परिवार वर्षों से कोरबा जिले में रहते हैं। कोरबा क्षेत्र में ऐसे लोगो की आबादी लाखों में है । इन्ही मतदाताओं की बदौलत
चरणदास महंत एवं भवानी लाल वर्मा कोरबा से सांसद रहे । जबकि ये दोनों जांजगीर जिले के मूल निवासी हैं। भाजपा नेता कृष्ण कांत चन्द्रा भी जांजगीर जिले के मूल निवासी हैं। जांजगीर जिले से जाकर कोरबा जिले में बसे हुए मतदाताओं का सहयोग भाजपा नेता कृष्ण कांत चन्द्रा को भी मिल सकता है। कोरबा में गुटीय राजनीति हावी है। कोरबा जिले के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली असफलता के पीछे एक बड़ा कारण स्थानीय गुटबाजी को भी माना जा रहा है। ऐसी स्थिति में कोरबा से बाहर के व्यक्ति को भाजपा अगर टिकट देती है तो स्थानीय गुटबाजी के कारण होने वाली नुकसान से भी पार्टी को बचाई जा सकेगी।
भाजपा संगठन की दृष्टि से…
भाजपा नेता कृष्ण कांत चन्द्रा भाजपा के पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश महामंत्री हैं। कोरबा जिले के नगर निगम , विधानसभा एवं लोकसभा के चुनावों में श्री चन्द्रा पार्टी की योजना से कोरबा जिले में महीनों रहकर पूर्णकालिक कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी के का काम किये हैं। 2003 में भाजपा की टिकट पर वे विधानसभा का चुनाव लड़े थे। वे भाजपा के दिग्गज नेता स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल जी के पीए रहे हैं। इसके पूर्व वे कोरबा जिले में लंबे समय तक पत्रकार रहेे हैं।