अध्यापकों की नियुक्ति से छात्र-शिक्षक अनुपात सुधरेगा – अविनाश साहू
सूरजपुर – NSUI RGSSU के जिला संयोजक अविनाश साहू ने राज्य सरकार को धन्यवाद देते हुए बताया है की विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता के स्तर को सुधारने व निखारने के लिये राज्य सरकार ने नवीन व्यापक दृष्टिकोण एवं रणनीतियां तैयार की हैं जिसमें 23 सालों में जो नहीं हुआ, वो आखिरकार माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कर दिखाया। 1995 के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ में नियमित शिक्षकों की बहाली होने जा रही है। 26 जनवरी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ऐलान के मद्देनजर डीपीआई ने नियमित शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि पूरी प्रक्रिया में अभी से दो से तीन महीने का वक्त लगेगा। शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने भी इस बात की पुष्टि की है, कि शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। प्रक्रिया पूरी होने में अभी 1 से 2 महीने का वक्त लगेगा।
भर्ती की ये प्रक्रिया 26 मार्च से शुरू होगी, जो व्यापम के जरिये बहाली होगी। आचार संहिता लगने में महज कुछ दिनों का ही वक्त शेष बचा है, ऐसे में ये पूरी प्रक्रिया आचार संहिता की भेंट ना चढ़ जाये, लिहाजा सरकार ने आज विज्ञापन जारी कर दिया। अब व्यापम भर्ती और परीक्षा की पूरी कवायद शुरू करेगा।
अविनाश साहू ने कहा जहां बच्चे विद्यालयी शिक्षा का केंद्र होते हैं, बच्चों में ज्ञानार्जन सुनिश्चित करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका एक अध्यापक की होती है। अध्यापकों की नियुक्ति से छात्र-शिक्षक अनुपात सुधरेगा व निश्चित रुप से प्रदेश में कई वर्षों से विधालयों में जो शिक्षकों की कमी विख्यात है उसकी भरीपुर्ति होगी और छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने में कमी नहीं होगी, उनके शिक्षा स्तर में बढोत्तरी होगी एवं छात्रों का भविष्य उज्ज्वल होगा। माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का पुनः बहुत बहुत धन्यवाद करता हूँ।