निजी स्कूलों के शिक्षकों को वेतन दिलाने गठित हो त्रिस्तरीय कमेटी छत्तीसगढ़ नॉन गवर्नमेंट टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन अब अपनी मांगों को लेकर सीएम को सौंपेंगे ज्ञापन, समस्या हल नही होने पर सीएम हाउस का होगा घेराव

BHILAI:-छत्तीसगढ़ नॉन गवर्नमेंट टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के दुर्ग जिलाध्यक्ष राजा बेनर्जी ने निजी स्कूलों के शिक्षकों के वेतन संबंधी समस्या के समाधान के लिए त्रिस्तरीय कमेटी गठित करने की मांग को लेकर आज कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भूरे को ज्ञापन सौंपां। वहीं कल राजनांदगांव के कलेक्टर को इस संबंध मे ज्ञापन सौंपेंगे और एक दो दिन में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी इस संबंध में ज्ञापन सौंपेगे और यदि शीघ्र इनकी जो मांगे है वह पूरी नही होगी तो सीएम हाउस के सामाने एसोसिएशन के लोग धरना प्रदर्शन करेंगे। छत्तीसगढ़ नॉन गवर्नमेंट टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि छग मे 10 हजार से भी अधिक प्राईवेट स्कूल है, इन स्कूलों में लाखों शिक्षक कार्यरत है। इन निजी विद्यालयों के शिक्षकों को मार्च माह से वेतन नही मिला है, वहीं कई स्कूलों ने वेतन मे कटौती भी कर दिये है तो कई स्कूल कुछ प्रतिशत सैलरी देकर शिक्षकों को चुप करा दिये है, वही कई स्कूल शिक्षकों को सैलरी देने से अपना हाथ साफ खड़ा कर दिये है। वहीं कई स्कूल अभी तक शिक्षकों को सैलरी दे रहे थे, लेकिन अब जुलाई माह से सैलरी नही देने का फरमान स्कूल प्रबंधन ने जारी कर दिये है। प्रदेश के लगभग सभी स्कूलों द्वारा शिक्षकों को सैलरी नही देने के कारण शिक्षकों की आर्थिक स्थिति बद से बदतर हो गई है। प्रदेश भर के शिक्षक आर्थिक तंगी के कारण डिप्रेशन मे चले गये है। डिप्रेशन के कारण कई शिक्षक आत्मघाती कदम उठान मजबूर हो गये हैं। आने वाले समय में निजी विद्यालयों के शिक्षकों के लिए बहुत ही घातक होगा। कोरोना महामारी के कारण देश के प्रधानमंत्री ने देश में तालाबंदी की घोषणा करने के साथ साथ निजी संस्थाओं के कर्मचारियों को पूरी सैलरी देने का निर्देश दिये थे साथ ही कहे थे कि कोई भी संस्थान अपने किसी भी कर्मचारी या अधिकारी को नौकरी से ना निकाले, लेकिन कई निजी शेैक्षणिक संस्थान केन्द्र और राज्य सरकार के इन आदेशों को अगूठा दिखाते हुए वेतन देना बंद कर दिये तो कितने शिक्षकों को निकाल दिये है,जो शिक्षा जगत के लिए शर्मनाक और कलंकित करने वाला है। हमारे प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल और राज्यपाल से हमारा एसोसिएशन मांग करता है कि शिक्षकों की आर्थिक और मानसिक स्थिति को ध्यान मे रखते हुए शिक्षकों की सैलरी संबंधी गंभीर समस्या का शीघ्र ही समाधान निकाले। अभिभावक संघ, शिक्षक संघ और स्कूल प्रबंधन संघ की एक त्रिस्तरीय कमेटी बनाये जाये और डिप्रेशन से तथा आर्थिक बदहाली से उनको उबारने का कार्य किया जाये। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे से एसोसिएशन के लोगों को आश्वस्त किया कि आपकी मांगों को शासन स्तर पर पहुंचा दिया जायेगा और जो सहायता चाहिए वह की जायेगी।