राष्ट्रीय लोक अदालत में 1216 मामले निपटाकर रायपुर राज्य में अव्वल
सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़ रायपुर- राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देश पर छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 1216 मामलों का निराकरण कर रायपुर पूरे राज्य में अव्वल रहा। वहीं 36 खंडपीठों की स्थापना कर रायपुर ने वाद के निराकरण का अपना पिछला रिकार्ड भी तोड़ दिया। इसमें छह करोड़ 70 लाख से अधिक धनराशि का समझौता हुआ। जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामकुमार तिवारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर लोक अदालत का उद्घाटन किया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रस्तुत मामलों में जिला न्यायालय में 9439 मामलों की सुनवाई हुई, जिसमें 1529 मामलों का अंतिम निराकरण हुआ। न्यायालय में लंबित 5391 मामले सुनवाई के लिए रखे गए थे, जिनमें से 1216 का निराकरण हुआ। 4048 प्री-लिटिगेशन मामलों में से 313 प्रकरणों का अंतिम निराकरण हुआ। डॉ. सुनीता सोनी के न्यायालय में 334 मामले निराकृत हुए। राष्ट्रीय लोक अदालत ने शनिवार को टूटने के कगार पर पहुंच चुके 43 परिवारों को पुनः जोड़ दिया। चेक बाउंस के 644 मामले, दुर्घटना दावा के 84 मामले, सिविल वाद के 70 मामले, विद्युत अधिनियम के 232 मामले, विवाह संबंधी 30 मामले निराकृत किए गए। जिला विधिक प्राधिकरण के अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से जहां न्यायालयों का भार कम हो रहा है वहीं वादकारियों को त्वरित न्याय मिल जा रहा है। राष्ट्रीय लोक अदालत में मुफ्त स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया वहीं नेत्र परीक्षण शिविर लगाकर चश्मा वितरित किया गया। प्राधिकरण के सचिव उमेश उपाध्याय ने सभी का आभार जताया।
एक नजर में राष्ट्रीय लोक अदालत
लोक अदालत में निराकृत हुए 1216 मामले
6800 न्यायालय के लंबित मामले और 6700 से अधिक प्री-लिटिगेशन मामले सुनवाई के लिए चिन्हित
-नवीन न्यायालय भवन में पक्षकारों के लिए मुफ्त विधिक परामर्श केंद्र की स्थापना
-पक्षकारों की मदद करने के लिये प्राधिकरण के पैरा लीगल वालिंटियर की टीम रही तैनात
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