छत्तीसगढ़

चांपा जिले में 209 गोठानों का निर्माण पूर्ण, ‘सुराजी गांव योजना‘ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती में अहम भूमिका,

जांजगीर-चांपा जिले में 209 गोठानों का निर्माण पूर्ण,
‘सुराजी गांव योजना‘ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती में अहम भूमिका,अजय शर्मा की रिपोर्ट
गौठान बनेगें आजीविका के केन्द्र, आत्म निर्भर होंगी गौठान समितियां,
जंजगीर-चांपा, एक जुलाई 2020/ जांजगीर-चांपा जिले में स्वीकृत 335 में 209 गोठानों का निर्माण पूरा किया जा चुका है। कलेक्टर श्री यशवंत कुमार के मार्गदर्शन में इन गोठानों में स्वसहायता समूहों द्वारा अपने आर्थिक विकास की विभिन्न गतिविधियां प्रारंभ की जा रही है। ये गोठान ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूत नींव निर्माण में अहम भूमिका का निर्वहन करेंगे।
राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सकारात्मक कोशिश कर रही है। सुराजी गांव योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गोधन न्याय योजना ग्रामीणो की आर्थिक समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। राज्य सरकार ने गोबर खरीदने का निर्णय लिया है, इससे ग्रामीण क्षेत्रों में खुशी और उत्साह का वातावरण है। पशु-पालक और ग्रामीण के बीच यह आम चर्चा का विषय बना हुआ है। सरकार द्वारा इसके लिए दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं। सरकार की योजना के तहत सभी गावों में गौठान बनाया जा रहा है।

जिले में 335 गौठान स्वीकृत, 209 पूर्ण:-
जंजगीर-चांपा जिले में 335 गौठानों की स्वीकृति दी गयी है। जिसमे से 209 गौठान पूर्ण हो चुके हैं। शेष गौठानों के कार्य प्रगतिरत है। प्रत्येक गौठान समिति का गठन किया गया है। शासन की योजना के तहत गौठान संचालन के लिए 10-10 हजार रूपये की राशि दी जा रही है। चारागाह में चारा के साथ-साथ सब्जी, भाजी, मसाला उत्पादन में महिला स्व-सहायता समूह कार्यरत हैं। इसके अलावा अच्छी गुणवत्ता का वर्मी खाद भी तैयार किया जा रहा है। गौठान समितियों को आत्म निर्भर बनाने के लिए मशरूम उत्पादन, मछली पालन, बकरी पालन जैसे अन्य गतिविधियो के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है

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