कृषि विज्ञान केन्द्र में लगेगा कोदो-कुटकी प्रोसेसिंग यूनिट अधिक कीमत में गौंण खनिज बेचने पर होगी कार्यवाही
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कृषि विज्ञान केन्द्र में लगेगा कोदो-कुटकी प्रोसेसिंग यूनिट
अधिक कीमत में गौंण खनिज बेचने पर होगी कार्यवाही
कांकेर – वनवासियों एवं किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए कांकेर जिले में लगातार प्रयास किये जा रहें हैं। कांकेर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत मर्दापोटी सर्कल के ग्राम इच्छापुर में लघुवनोपज के प्रस्संकरण के लिए मशीन लगाने की तैयारी की जा रही है, वहीं अब कोदो, कुटकी, रागी की खेती करने वाले किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए पहल की जा रही है। जिला मुख्यालय कांकेर के सिंगारभाट स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में कोदो, कुटकी व रागी के प्रोसेसिंग के लिए संयत्र स्थापित किया जायेगा। विधायक शिशुपाल शोरी, मुख्यमंत्री के संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी, कलेक्टर के.एल. चौहान तथा वन मण्डाधिकारी अरविंद पी.एम. की उपस्थिति में आज इस संबंध में जिला कार्यालय में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। कोदो, कुटकी, रागी के प्रोसेसिंग व विपणन के लिए किसानों, महिला स्व-सहायता समूह एवं युवा समूहों को दायित्व सौंपा जायेगा। कृषक उत्पादक संगठन बनाकर उसके माध्यम से कोदो, कुटकी एवं रागी फसलों का उत्पादन एवं संग्रहण किया जायेगा तथा महिला समूह और युवा समूह के माध्यम से इसका प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन का कार्य किया जाकर कृषकों के आजीविका में सुधार लाने का प्रयास किया जायेगा।
बैठक में विभिन्न विकास कार्यों के प्रगति की समीक्षा भी की गई। समीक्षा के दौरान बताया गया कि कांकेर शहर में होटल लेकव्यू के पास से पुलिस थाना तक सीसी रोड़ का निर्माण तथा दूध नदी पुल से ज्ञानी ढ़ाबा चौक तक गौरव पथ का निर्माण किया जा रहा है। घड़ी चांक के पास सौन्दर्यीकरण का कार्य भी अतिशीघ्र शुरू किया जायेगा। कांकेर शहर में दूध नदी के दोनो किनारे सर्वे करने का निर्णय भी लिया गया है। बस स्टैण्ड के सामने गढ़कलेवा की स्थापना भी की जायेगी। निर्धारित कीमत से अधिक दर मे गौंण खनिज को बेचने पर कड़ी कार्यवाही करने के लिए खनिज अधिकारी प्रमोद नायक को निर्देशित किया गया है। रेत भण्डारण के लिए जिन्हें लायसेंस प्रदान किया गया है, उसके अलावा किसी अन्य व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से रेत का भण्डारण किया जाता है तो, उसके विरूद्ध भी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। बैठक में अंग्रेजी माध्यम से स्कूल संचालन के लिए नरहरदेव उच्चतर माध्यम विद्यालय परिसर में विभिन्न अधोसंरचना निर्माण के संबंध में भी चर्चा किया गया एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।