गलवान घाटी विवाद: कल भारत और चीन के बीच होगी कोर कमांडर स्तर की बातचीत | nation – News in Hindi
15 जून की घटना के बाद भारत और चीन के बीच कल तीसरी बार बातचीत होने जा रही है
पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) की गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारतीय और चीनी सेना (Indian & Chinese Troops) के बीच हुई इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे जबकि चीन को भी नुकसान हुआ था.
6 जून को पहली बैठक में, दोनों पक्ष कई स्थानों पर पीछे हटने के लिए सहमत हो गए थे और भारत ने चीन से LAC पर 4 मई से पहले की अपने सैन्य पदों पर लौटने के लिए कहा था. पिछले महीने से दोनों देश सीमा पर चल रहे तनाव को कम करने के लिए बातचीत कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि इस बार बातचीत वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय क्षेत्र के चुशुल में होगी. इससे पहले की दोनों बैठकें चीन के चुशुल इलाके के मोल्डो में हुई थीं. सूत्रों ने यह भी बताया कि इस वार्ता का एजेंडा दोनों देशों द्वारा बनाए गए पीछे हटने के प्रस्तावों को आगे लेकर जाना है. सूत्रों ने कहा, “मौजूदा गतिरोध के दौरान सभी क्षेत्रों में स्थिति को स्थिर करने के लिए चर्चा की जाएगी.”
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11 घंटे तक चली थी पिछली बैठक22 जून को, भारतीय और चीनी सैन्य प्रतिनिधियों के बीच लगभग 11 घंटे तक बातचीत चली. सूत्रों ने जानकारी दी कि यह वार्ता सौहार्दपूर्ण, सकारात्मक और रचनात्मक माहौल में आयोजित की गई थी और इसमें पीछे हटने को लेकर आपसी सहमति बनी थी. भारतीय सेना ने बाद में कहा था कि पूर्वी लद्दाख में सभी टकराव वाले क्षेत्रों से होने वाले विस्थापन के तौर-तरीकों पर चर्चा की गई थी.
14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिला प्रमुख मेजर जनरल लियू लिन के बीच बैठक 6 जून को पूर्वी लद्दाख में चुशुल-मोल्दो सीमा कर्मियों की बैठक (बीपीएम) बिंदु पर आयोजित की गई थी.
इसके अलावा, 15 जून को गलवान घाटी में पैट्रोलिंग पॉइंट 14 में हुई हिंसक झड़प के बाद जिसमें भारत के 20 जवान मारे गए थे लगातार तीन दिनों तक एक मेजर जनरल स्तर की बातचीत हुई. तीन दिन की ये वार्ता तनाव को कम करने और 10 भारतीय सैनिकों को रिहा करने के लिए की गई, जिसमें चार अधिकारी शामिल थे, जो कैद में थे. (एजेंसियों के इनपुट के साथ)
First published: June 29, 2020, 5:40 PM IST