राज्यपाल के गोद ग्राम सलफीपदर पहुँच विधायक संतराम ने ग्रामीणों के जंगल बचने के प्रयासों को सराहा
28 june, 2020/सबका संदेश
कोण्डागांव। छत्तीसगढ़ की महामहिम राज्यपाल अनुसुईया उईके द्वारा गोद लिए गए ग्राम सलफीपदर में केशकाल विधायक संतराम नेताम पहुंचे। यहां उन्होंने सलफीपदर के ग्रामीणजनों द्वारा प्राकृतिक जंगल के हरे-भरे पेड़-पौधों को बचाने के साथ ही पेडों के नीचे कालीमिर्च लगाकर उससे अतिरिक्ति आमदनी लेने के प्रयास को देख उनके इस अभिनव प्रयास की सराहना भी की।
मुख्य मंत्री छ.ग.शासन भूपेष बघेल द्वारा पौधा तुंहर दुआर योजना के तहत केशकाल वन मण्डल के द्वारा पौधा वितरण करने वाली वाहन को अपने विधान सभा केशकाल क्षेत्र के नागरिकों व ग्रामीणजनों तक पहुंचाने हेतु 26 जून को हरी झण्डी दिखाने के बाद केशकाल विधायक व उपाध्यक्ष बस्तर प्राधिकरण संतराम जिले के अपने विधान सभा क्षेत्र में आने वाले तहसील फरसगांव के ग्राम लंजोडा के सलफीपदर पारा में 27 जून को पहुंचे और उनके साथ केशकाल वन मण्डल के डी.एफ.ओ., एस.डी.ओ. सहित वन परिक्षेत्र अधिकारी व अन्य वन कर्मचारियों के द्वारा अपने साथ लाए गए फलदार पौधों का वितरण सलफीपदर के ग्रामीणजनों को किया गया। इसके बाद सलफीपदर के ग्रामीणजनों ने विधायक संतराम नेताम को अपने द्वारा सहेजे और प्राकृतिक वन क्षेत्र के पेड़-पौधों को बिना नुकसान पहुंचाए पेडों के नीचे लगाए गए काली मिर्च के पौधों को दिखाते हुए अपने द्वारा शुरु किए गए अभिनव पहल के बारे में विस्तार से जानकारी देने के साथ ही वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों एवं उनके बीच चल रहे विवाद की जानकारी देकर मामला सुलझाने का आग्रह किया। जिस पर संतराम नेताम ने ग्रामवासियों द्वारा जंगल में कालीमिर्च लगाकर अतिरिक्त आमदनी लेने के प्रयास की सराहना करने के साथ ही वन अधिकारियों को निर्देषित किया कि ग्रामवासियों से सामंजस्य स्थापित कर कार्य करें।
ज्ञात हो की सलफीपदर के ग्रामवासियों के द्वारा अपनी प्रकृति पूजा वाली आदिवासी संस्कृति व परम्परा का पालन करते हुए प्राकृतिक जंगल में लगे हरे-भरे पेड़-पौधों को बचाने की मुहिम की जानकारी मिलने पर आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ता हरिसिंह सिदार निवासी ऋषि विद्यालय गायत्री शक्ति पीठ लंजोडा का ध्यान उनकी ओर आकर्षित हुआ और उन्होंने ही सलफीपदर के ग्रामवासियों को यह सलाह दिया, कि प्राकृतिक वन के हरे-भरे पेड़-पौधो को सुरक्षित रखने के साथ उसके बीच कालीमिर्च का उत्पादन कर अतिरिक्त आमदनी भी पाया जा सकता है। हरिसिंह सिदार की सलाह ग्रामवासियों को पसंद आई और उन्होंने एक नई दिषा में कदम बढ़ाया, जिसके परिणाम स्वरुप बात छ.ग.राज्य की महामहिम राज्यपाल अनुसुईया उईके तक पहुंची और उन्होंने सलफीपदर को गोद लेने का संकल्प लिया।