हर तरफ है चीनी सामान के बहिष्कार का शोर, क्या है इसकी हकीकत? | patna – News in Hindi
बाजारों में भरे पड़े हैं चीनी उत्पाद
Indo-China Border Dispute: दुकानदारों के पास अभी भी चाइनीज सामान भरे पड़े हैं और इसकी बिक्री भी हो रही है. दुकानदार सरकार से ठोस विकल्प की भी मांग कर रहे हैं.
सरकार को देना होगा विकल्प
यहां के दुकानदारों के पास अभी भी चाइनीज सामान भरे पड़े हैं और इसकी बिक्री भी हो रही है. बता दें कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी (Galvan Valley) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत-चीन के बीच सीमा विवाद (Indo-China border dispute) जारी है. LAC पर भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद लोगों में काफी आक्रोश है. हालांकि लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद कुछ तबकों में चीनी सामान के बहिष्कार का अभियान जोर पकड़ रहा है लेकिन बाजारों में चाइनीज सामान काफी मात्रा में मौजूद है. लोगों से से इनके बहिष्कार की अपील की जा रही है लेकिन सरकार द्वारा इनके आयात पर कोई प्रतिबंध अब तक नहीं लगाया गया है.
स्टेशन रोड स्थित चांदनी मार्केट के इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारी अजय चौरसिया का कहना है कि चीन के साथ चल रहे विवाद के कारण अब चाइनीज उत्पाद की बिक्री में निश्चित रूप से कमी आएगी, लेकिन पूर्ण रूप से बंद करने के लिए सरकार को विकल्प देना होगा. अगर चाइना से सामान आएगा तो दुकानदार बेचेंगे ही. उन्होंने कहा कि सुबह उठने के साथ ही रात में सोने तक किन-किन चाइनीज सामान का हम उपयोग कर जाते हैं. कई लोगों को यह पता भी नहीं चलता है. चाइनीज सामान का बहिष्कार सिर्फ बोलने से नहीं होगा. इस पर सरकार को ही ठोस कदम उठाने होंगे.ये भी पढ़ें- UP-Bihar में मानसून के साथ आई आफत, 100 से अधिक लोगों की गई जान, PM Modi ने दुख जताया
सस्ते होने की वजह से चाईनीज सामान की बिक्री
बाकरगंज में मोबाइल, पावरबैंक, ईयरफोन, हेडफोन, मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव, मोबाइल चार्जर, डाटा केबल, बैटरी और अन्य चाइनीज एक्सेसरीज आसानी से मिल जाती हैं. दुकानदारों का कहना है कि यहां 70 से 80 फीसदी सामान चीन में बने हुए हैं. चीन में बने प्रोडक्ट सस्ते होने की वजह से काफी डिमांड में रहते हैं.
First published: June 26, 2020, 5:35 AM IST