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नहीं मान रहा ड्रैगन, लद्दाख के पास LAC पर लगातार सैन्‍य शक्ति बढ़ा रहा है चीन| China continues its military build up along LAC eastern ladakh | china – News in Hindi

नहीं मान रहा 'ड्रैगन', लद्दाख के पास LAC पर लगातार सैन्‍य शक्ति बढ़ा रहा चीन

चीन बढ़ा रहा सैन्‍य शक्ति.

India China Tension: सूत्रों के अनुसार चीन (China) ने गलवान घाटी (Galwan Valley) में भी कुछ चीजों का निर्माण कर लिया है. पैंगोंग सो लेक समेत फिंगर एरिया में चीनी सेना की ओर से लगातार बड़ी सैन्‍य गतिविधियां जारी हैं.

नई दिल्‍ली. चीन (China) और भारत (India) के बीच लद्दाख क्षेत्र (Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने के लिए लगातार दोनों देशों के बीच वार्ता हो रही हैं. बुधवार को भी दोनों देशों के विदेश मंत्रालय के अफसरों के बीच भी कूटनीतिक वार्ता (India China Tension) हुई. लेकिन इन सबके बीच चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. चीन (China Army) की ओर से एलएसी पर लगातार सैन्‍य क्षमता बढ़ाई जा रही है. चीन फिंगर क्षेत्र (Finger Area) में भी लगातार सैन्‍य शक्ति बनाए हुए है.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक चीनी सेना पूर्वी लद्दाख के एलएसी क्षेत्र पर 4 मई से सैन्‍य क्षमता बढ़ा रही है. उसने उस क्षेत्र में 10 हजार से अधिक सैनिकों और भारी तोपों समेत अन्‍य सैन्‍य साजोसामान वहां तैनात किए. सूत्रों ने बताया कि पैंगोंग सो लेक समेत फिंगर एरिया में चीनी सेना की ओर से लगातार बड़ी सैन्‍य गतिविधियां जारी हैं. इसमें सैनिकों की तैनाती और निर्माण कार्य शामिल है. भारत फिंगर 8 तक अपना दावा करता है. लेकिन हाल ही में हुए गतिरोध में चीनी सेना भारतीय सेना के गश्‍ती दल को फिंगर 4 से आगे जाने पर रोक रही है. सूत्रों के अनुसार चीन फिंगर क्षेत्र में आक्रामक तरीके से नए क्षेत्रों को अपने में शामिल करने का प्रयास कर रहा है.

झड़प के बाद भी चीन ने  निर्माण किया
सूत्रों के अनुसार चीन ने गलवान घाटी में भी कुछ चीजों का निर्माण कर लिया है. गलवान घाटी में ही पिछले दिनों चीन की सेना ने भारतीय सैनिकों पर हमला किया था. इसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे. वहीं चीन की ओर से भी कई स‍ैनिक मारे गए. इस घटना के बाद ही चीन ने वहां कुछ निर्माण किया है.सूत्रों के अनुसार 15-16 जून की दरम्‍यानी रात को भारतीय सैनिकों की ओर से चीनी सेना द्वारा वहां स्‍थापित निगरानी संबंध पोस्‍ट को हटाए जाने के बाद इस तरह का निर्माण चीनी सेना की ओर से पेट्रोलिंग प्‍वाइंट 14 के पास फिर किया गया है.

भारतीय सेना की पोजीशन पीपी-15, पीपी-17 और पीपी 17ए पर भी सैन्‍य शक्ति बढ़ाई जा रही है. क्‍योंकि चीन की ओर से वहां एक सड़क का इस्‍तेमाल किया जा रहा है. यह भारतीय पेट्रोलिंग प्‍वाइंट के पास है. चीन इसके जरिये जरूरत पड़ने पर सैनिकों और साजोसामान को भारतीय क्षेत्र में भेज सकता है. दौलत बेग ओल्‍डी सेक्‍टर के दूसरी ओर वाले इलाकों में चीनी सेना भारतीय सेना की पीपी-10 से लेकर पीपी-13 पोजीशन तक की गश्‍ती में बाधा डाल रही है.

लड़ाकू विमान तैनात कर रहा चीन

एलएसी के पास चीनी वायुसेना होटन ओर गर गुंसा एयरबेस पर बमवर्षक विमान और सुखोई 30एस जैसे लड़ाकू विमान तैनात कर रही है. सुरक्षा एजेंसियों ने इस बात के लिए भी आगाह किया है कि चीन भारतीय क्षेत्र के पास रूस से मिला एयर डिफेंस सिस्‍टम भी तैनात कर रहा है.

बता दें कि बुधवार को भी एलएसी पर गतिरोध कम करने को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये भारत-चीन के बीच कूटनीतिक वार्ता हुई. विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) नवीन श्रीवास्तव और चीनी विदेश मंत्रालय में महानिदेशक वू जियांगहो के बीच यह वार्ता हुई. दोनों पक्षों ने जून में पहली कूटनीतिक वार्ता की. पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले बिंदुओं से हटने पर चीनी और भारतीय सेनाओं के बीच बनी आपसी सहमति के दो दिन बाद यह वार्ता हुई.



First published: June 24, 2020, 6:01 PM IST



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