Jagannath Rath Yatra: जगन्नाथ रथ यात्रा को SC ने शर्तों के साथ दी मंजूरी, पुरी में 24 जून तक शटडाउन | supreme court allows puri jagannath rath yatra amid coronavirus pandemic | nation – News in Hindi

सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान यह भी कहा कि हम यह राज्य सरकार के ऊपर छोड़ते हैं कि वह लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर खतरा होने पर धार्मिक आयोजन को रोकने के लिए स्वतंत्र है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य से समझौता किए बिना मंदिर कमेटी, राज्य सरकार और केंद्र सरकार के समन्वय से यह आयोजन किया जा सकता है. ओडिशा सरकार ने जानकारी दी है कि पुरी होने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा को लाइव टेलीकास्ट करने का इंतजाम चल रहा है ताकि भक्त घर बैठे भगवान के दर्शन कर पाएं.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रथ यात्रा की मंजूरी देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद दिया. उन्होंने समन्वय के लिए केंद्र सरकार का भी आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि ओेडिशा सरकार और श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन रथ यात्रा को लेकर पूरी तरह से तैयार है. कोविड 19 महामारी के समय रथ यात्रा का आयोजन चुनौती है. पुरी में रथ यात्रा की देखरेख के लिए 3 मंत्री मौजूद रहेंगे.
Holding Rath Yatra during the times of #COVID19 is extremely challenging. Three ministers will be in Puri for smooth #RathaYatra: Odisha Chief Minister Naveen Patnaik https://t.co/XCMaDboki3
— ANI (@ANI) June 22, 2020
सुप्रीम कोर्ट ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते इस साल की भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra) पर रोक लगाने के अपने 18 जून के आदेश में सुधार का अनुरोध करने वाली याचिका पर सुनवाई की. सीजेआई एसए बोबड़े ने पुरी रथ यात्रा के आयोजन को लेकर दायर याचिकाओं पर सोमवार को सुनवाई के लिए तीन न्यायाधीशों की पीठ का गठन किया था.
Supreme Court said that the state (Odisha) can even stop the yatra or festivities if they feel it is going out of hand.
— ANI (@ANI) June 22, 2020
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘हम लोगों के स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा के साथ समझौता नहीं कर सकते. अगर रथ यात्रा के कारण कोविड 19 का जरा सा भी प्रसार हुआ तो यह विनाशकारी हो सकता है क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं.’
सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने ट्विटर पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘जय जगन्नाथ’. इसके साथ ही उन्होंने सोमवार शाम को भुवनेश्वर में रथ यात्रा की तैयारियों के संबंध में बैठक बुलाई है.
Odisha CM Naveen Patnaik will chair the Rath Yatra preparatory meeting at 5 pm today in Bhubaneswar. (file pic) pic.twitter.com/cYyY355LdR
— ANI (@ANI) June 22, 2020
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान यह संकेत दिया था कि राज्य सरकार को कुछ गाइडलाइंस के साथ जगन्नाथ रथ यात्रा आयोजन की अनुमति मिल सकती है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस रथ यात्रा में शंकराचार्य को जुड़ने की कोई जरूरत नहीं है. ओडिशा सरकार ने कहा कि वो पूरे राज्य में कहीं भी रथ यात्रा नहीं चाहती. सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यह सुनवाई सिर्फ पुरी और रथ यात्रा के संबंध में है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने भी मामले पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ‘आज हम सबके लिए खास दिन है. खासकर ओडिशा के भाई बहनों और महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के भक्तों के लिए. पूरा देश सुप्रीम कोर्ट की ओर से रथ यात्रा की मंजूरी दिए जाने को लेकर खुश है.’
Today is a special day for all of us, particularly our Odia sisters and brothers as well as devotees of Mahaprabhu Shri Jagannath Ji. The entire nation is delighted by the decision of the Supreme Court to ensure the Rath Yatra goes on: Home Minister Amit Shah pic.twitter.com/qXGIrkzV74
— ANI (@ANI) June 22, 2020
केंद्र ने और क्या कहा?
केंद्र सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, ‘सदियों की परंपरा को रोका नहीं जा सकता, क्योंकि यह करोड़ों लोगों की आस्था की बात है. अगर भगवान जगन्नाथ 23 जून को नहीं आएंगे, तो वे परंपराओं के अनुसार 12 साल तक नहीं आ सकते हैं. यह सुनिश्चित करने के लिए कि महामारी ना फैले, सावधानी बरतते हुए राज्य सरकार एक दिन के लिए कर्फ्यू लगा सकती है.’
तुषार मेहता ने कहा, ‘शंकराचार्य द्वारा तय किए गए अनुष्ठानों में वो सभी सेवायत भाग ले सकते हैं, जिनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव है. लोग जगन्नाथ यात्रा को टीवी पर लाइव टेलीकास्ट देख सकते हैं और भगवान का आशीर्वाद ले सकते हैं.’ सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि पुरी के राजा और मंदिर समिति इन अनुष्ठानों की व्यवस्था की देखरेख कर सकते हैं, ताकि कोरोना महामारी को फैलने से रोका जा सके.
Centre mentions the annual Rath Yatra matter before Supreme Court and says, it can be held without public participation keeping in view the COVID19 pandemic https://t.co/swTOUGrGRU
— ANI (@ANI) June 22, 2020
दरअसल, पुरी से लोकसभा चुनाव लड़ चुके बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने अनुरोध किया था कि वह कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर पुरी की भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा पर रोक लगाने वाले अपने आदेश की समीक्षा करे. याचिका में कहा गया है कि भगवान जगन्नाथ के उन 800 सेवायतों के माध्यम से भक्तों की मंडली के बिना रथ यात्रा आयोजित करने की अनुमति दी जा सकती है, जो सेवायत कोविड टेस्ट में निगेटिव आते हैं.
पुरी में भगवान जगन्नाथ (Puri Jagannath Rath Yatra) रथयात्रा पर रोक के खिलाफ 20 से ज्यादा याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई है. यह रथयात्रा 23 जून से शुरू होनी है.