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रेल मंत्री पियूष गोयल का बड़ा बयान- निजी क्षेत्र कारोबारियों के लिए Railway के साथ बिज़नेस करने के ज्यादा मौके – Plenty of opportunities for private sector in railways last year freight reached 95 percent piyush Goyal | business – News in Hindi

रेल मंत्री पियूष गोयल का बड़ा बयान- निजी क्षेत्र कारोबारियों के लिए Indian Railway के साथ बिज़नेस करने के ज्यादा मौके

रेल मंत्री पियूष गोयल का बड़ा बयान- निजी क्षेत्र कारोबारियों के लिए कही ये बात

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि इस क्षेत्र में व्यवसायों के लिए बहुत सारे अवसर हैं, क्योंकि मंत्रालय रेल मार्गों और पार्सल गाड़ियों को किराये पर देने को तैयार है. उन्होंने कहा कि रेलवे में माल ढुलाई का काम पिछले साल के 95 प्रतितशत तक पहुंच गया है.

नई दिल्ली. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि इस क्षेत्र में व्यवसायों के लिए बहुत सारे अवसर हैं, क्योंकि मंत्रालय रेल मार्गों और पार्सल गाड़ियों को किराये पर देने को तैयार है. उन्होंने कहा कि रेलवे में माल ढुलाई का काम पिछले साल के 95 प्रतितशत तक पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि रेलवे अब निजी क्षेत्र में 150 यात्री ट्रेन शुरू करने जा रहा है और इस योजना के लिये इच्छूक इकाइयों को आमंत्रित किया है. गोयल ने उद्योगमंडल सीआईआई द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम में कहा कि निजी क्षेत्र लाखों तरीके से सहयोग कर सकता है… मैं नये मार्गों को पट्टे पर देने जा रहा हूं, इस अर्थ में कि मैं यह कहने जा रहा हूं कि ठीक है आप (निजी कंपनियां) उन मार्गों की पहचान करें, जिनपर आप ट्रेन सेवा शुरू करना चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि यदि आप चाहते हैं तो हम आपके साथ नयी लाइनों में निवेश करने के लिये भी तैयार हैं. हम ट्रैफिक मार्गों को पट्टे पर देने के लिये तैयार हैं, हम पार्सल ट्रेनों को पट्टे पर देने के इच्छुक हैं. इसलिये, निजी क्षेत्र के लिये बहुत सारे अवसर हैं. उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ एक एलिवेटेड गलियारे पर विचार कर सकता हैं, क्योंकि इसमें भूमि खरीदने की चुनौती नहीं होगी.

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मंत्री ने यह भी कहा कि रविवार को रेलवे पिछले साल 21 जून की तुलना में लगभग 95 प्रतिशत माल की ढुलाई करने में समर्थ हुआ है.उन्होंने कहा कि तो हम 21 जून 2019 की तुलना में महज पांच प्रतिशत नीचे थे. यदि हम पूरे जून महीने को देखते हैं, तो हम माल ढुलाई के मामले में एक जून से 21 जून के दौरान लगभग आठ प्रतिशत नीचे हैं. मेरा मानना है कि जुलाई तक हम इसे बराबर कर लेंगे और हम अगस्त से सितंबर तक वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं.मालगाड़ी की औसत गति के बारे में उन्होंने कहा कि पिछले साल 21 जून को यह 22.98 किमी प्रति घंटा थी और रविवार को 41.74 किमी प्रति घंटा थी. गोयल ने कहा कि हम लंबे समय से प्रतीक्षित रख-रखाव कार्यों को पूरा करने के लिये इस समय का उपयोग बुद्धिमता से कर रहे हैं. इसके साथ ही वैसी कई लाइनों को इंटरकनेक्ट करने के लिये भी इस समय का उपयोग किया गया है, जिन्हें लंबे समय तक शटडाउन की आवश्यकता थी.

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उन्होंने कहा कि हम इस समय का उपयोग रेलवे की समय सारिणी को और अधिक बेहतर बनाने के लिये कर रहे हैं. हम माल और पार्सल ट्रेनों को टाइम टेबल में ला रहे हैं ताकि हम व्यवसायों को कम समय में लंबी दूरी की डिलिवरी के प्रति आश्वस्त कर सकें. उन्होंने उम्मीद जतायी कि मंत्रालय आगे चलकर माल ढुलाई को सस्ता बना सकता है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि रविवार तक भारतीय रेलवे ने 4,553 श्रमिक विशेष ट्रेनों का परिचालन किया और इनकी संख्या लगातार कम हो रही है.

मंत्री ने कहा कि 31 मई से 21 जून तक, यह 10 प्रतिशत से अधिक कम हुआ है. कल (रविवार) को सिर्फ तीन ऐसी ट्रेनों का परिचालन हुआ. इनकी मांग खत्म हो गयी है. हमने उन सभी को वापस पहुंचा दिया है, जो घर वापस जाना चाहते थे. अब तक इन ट्रेनों से लगभग 75 लाख प्रवासी श्रमिकों ने यात्राएं की हैं. उन्होंने कहा कि रेलवे ने नियमित मार्गों पर 230 ट्रेनें शुरू की हैं. वे पूरी तरह से भरकर नहीं जा रही हैं, क्योंकि लोग अभी भी यात्रा करने में संकोच कर रहे हैं.



First published: June 22, 2020, 6:38 PM IST



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