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चीन बोला-गलवान घाटी की घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया, भारत ने दिया कड़ा जवाव_indias late night rebuttal on chinas new claim over galwan valley knowat | nation – News in Hindi

चीन बोला-गलवान घाटी की घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया, भारत ने दिया कड़ा जवाब

भारत की तरफ से चीन के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी गई है.

गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारतीय सैनिकों पर हुए बर्बर हमले के बाद से ही विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) लगातार चीन के दावों पर जवाब दे रहा है. भारत द्वारा लगातार याद दिलाय गया है कि चीन ने जिम्मेदार ढंग से व्यवहार नहीं किया.

नई दिल्ली. भारत ने बुधवार को चीन के उस बयान (China Statement) पर तीखा जवाब दिया है जिसमें कहा गया था कि गलवान घाटी (Galwan Valley) की घटना को बढ़ा-चढ़ाकर (Exaggerated) पेश किया गया है. भारत ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच हुई उस टेलिफोनिक बातचीत की याद दिलाई है जिसमें सहमति बनी थी कि सीमा विवाद पर जिम्मेदाराना ढंग से व्यवहार करना है. साथ ही भारत ने बीते 6 जून को दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के बीच हुई बैठक में बनी सहमति की भी याद दिलाई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा है कि चीन द्वारा गलवान घाटी की घटना को ‘बढ़ा-चढ़ाकर’ पेश किए जाने का दावा बिल्कुल गलत है.

चीन की तरफ से भारतीय सेना को ठहराया गया जिम्मेदार
गौरतलब है कि चीन की तरफ से गलवान घाटी की घटना के लिए भारतीय सेना को जिम्मेदार ठहराया गया है. इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच प्रतिक्रिया जारी है. चीन गलवान घाटी पर उल्टे-सीधे क्लेम कर रहा है. चीन की तरफ से पूरी गलवान घाटी पर भी उसका कब्जा बताया गया है. भारत ने चीन की तरफ से आए सभी बयानों का जवाब दिया है.

सोमवार को चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों पर किए गए बर्बर हमले में 20 भारतीय सैनिकों की मौत हो गई थी. करीब 76 घायल हुए हैं जिनमें 18 की हालत बेहद नाजुक है. वहीं भारतीय सेना की तरफ से कहा गया है कि चीन के 43 सैनिक या तो मारे गए हैं या फिर गंभीर रूप से घायल हुए हैं. जबकि अमेरिका की न्यूज वेबसाइट U.S News ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी के हवाले से बताया है कि लद्दाख के गलवान में भारत और चीनी सैनिकों की हिंसक झड़प में चीन के 35 जवान मारे गए हैं जिसमें एक वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल है.दोनों देशों के विदेश मंत्रियों में बातचीत

इससे पहले भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने चीनी समकक्ष से फोन पर हुई बातचीत में स्पष्ट किया था कि गलवान घाटी में सुनियोजित हमला किया गया है. और इसी हमले की वजह से वहां पर हिंसक झड़प हुई. साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि चीनी सेना की तरफ से भारतीय सीमा के भीतर एक पोस्ट तैयार करने की कोशिश की गई थी जिसके कारण पूरी हिंसा हुई.

इस घटना के बाद बढ़ा विवाद
गौरतलब है कि गलवान घाटी में ये हिंसक झड़प भारतीय सेना सेना द्वारा चीनी टेंट (कोडनेम-Patrol Point 14) हटाए जाने के बाद शुरू हुई थी. दरअसल इस चीनी टेंट को कर्नल संतोष बाबू के नेतृत्व में सैनिकों ने हटाया था. भारतीय सेना ने अपनी सीमा के भीतर इस चीनी टेंट को इसलिए हटाया था, क्योंकि भारतीय सेना के अधिकारी हरिंदर सिंह और चीनी सेना के अधिकारी लिन लिऊ की बैठक के बाद इस टेंट को लगाया गया था. कर्नल बाबू की यूनिट को इस टेंट को हटाए जाने के आदेश दिए गए थे.

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First published: June 18, 2020, 8:42 AM IST



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